Lok Sabha Election 2019: अब होगी गढ़ बचाने या ढहाने की जंग
Lok Sabha Election 2019. संताल परगना की तीन सीटों पर 19 मई को चुनाव है। झारखंड के चौथे व अंतिम चरण के इस चुनाव में जंग गढ़ बचाने या ढहाने की होगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - राज्य की 11 लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने के बाद अब तैयारी संताल परगना की तीन सीटों पर चुनाव की है। झारखंड के चौथे व अंतिम चरण के इस चुनाव में जंग गढ़ बचाने या ढहाने की होगी। संताल परगना झामुमो का गढ़ रहा है जिसे भाजपा लगातार ढहाने के प्रयास में है।
यहां की तीनों सीटें राजमहल, दुमका तथा गोड्डा में 19 मई को वोट पड़ेंगे। संताल परगना की इन तीनों सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, पूर्व मंत्री प्रदीप यादव, हेमलाल मुर्मू के अलावा वर्तमान सांसद निशिकांत दुबे तथा विजय हांसदा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सबका ध्यान दुमका सीट पर है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री तथा झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं।
यदि वे जीत हासिल करते हैं तो वे नौवीं बार संसद पहुंचेंगे। वहीं, गोड्डा हॉट सीट है जहां भाजपा के निशिकांत दूबे तथा झाविमो के प्रदीप यादव के बीच जबर्दस्त टक्कर है। दोनों उम्मीदवारों ने इस सीट को प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। सियासी मैदान में जीत के लिए तरह-तरह के हथकंडे भी अपनाए जा रहे हैं।
वहीं, झाविमो प्रत्याशी प्रदीप यादव पर हाल में ही पार्टी की एक महिला पदाधिकारी द्वारा दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाने तथा एक महिला कार्यकर्ता की वीडियो वायरल होने से यह सीट चर्चित हो गई है। बता दें कि प्रदीप यादव को यह सीट महागठबंधन के प्रयास में कांग्रेस से मिली है। कांग्रेस की इस सीट पर मजबूत दावेदारी थी, लेकिन पार्टी ने पूर्व सांसद तथा दिग्गज नेता फुरकान अंसारी को टिकट नहीं देकर सीट झाविमो की झोली में डाल दी थी।
अंतिम चरण की इन तीनों सीटों राजमहल, दुमका तथा गोड्डा पर कुल 42 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राजमहल में 14, दुमका में 15 तथा गोड्डा 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं। यहां कुल 58 नामांकन हुए थे। इनमें 15 उम्मीदवारों के नामांकन रद हो गए थे। स्क्रूटनी के बाद यहां 43 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए थे। इनमें से केवल राजमहल से एक उम्मीदवार ने नामांकन वापस लिया था।
तीनों सीटों पर लगेगी एक-एक बैलेट यूनिट
इस अंतिम चरण की सभी सीटों पर मतदान में बूथों पर एक-एक बैलेट यूनिट ही लगाई जाएंगी, क्योंकि तीनों सीटों पर 15 या इससे कम उम्मीदवार हैं। पिछले चुनाव की तुलना करें तो राजमहल व दुमका में इस बार उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है, जबकि गोड्डा में उम्मीदवार कम हुए हैं।
कहां कब कितने उम्मीदवार
सीट 2014 2019
राजमहल 11 14
दुमका 14 15
गोड्डा 16 13
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