रास चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे माले विधायक, भाजपा ने साधा निशाना तो किया पलटवार
झारखंड में राज्यसभा कोटे से खाली हो रही दो सीटों को लेकर पक्ष-विपक्ष दोनों ही ओर से रणनीतिक बिसात बिछाने के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। बदली हुई परिस्थिति में सरयू राय ने जहां एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी भाजपा के साथ जाने का एलान किया है वहीं माले विधायक विनोद सिंह ने भी पहली बार राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की घोषणा कर सबको चकित कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड में राज्यसभा कोटे से खाली हो रही दो सीटों को लेकर पक्ष-विपक्ष दोनों ही ओर से रणनीतिक बिसात बिछाने के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। बदली हुई परिस्थिति में सरयू राय ने जहां एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी भाजपा के साथ जाने का एलान किया है, वहीं माले विधायक विनोद सिंह ने भी पहली बार राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की घोषणा कर सबको चकित कर दिया है।
हालांकि माले विधायक विनोद सिंह की घोषणा भाजपा को खासा अखरी है। भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने उन्हें उनके पिता स्व. महेंद्र सिंह की याद दिलाते हुए तंज कसा है। कहा है कि विनोद सिंह ने स्व. महेंद्र सिंह के आदर्शो और विचारों की हत्या की है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि स्व. महेंद्र सिंह सदन के अंदर कई मुद्दों पर बहिष्कार कर देते थे, लेकिन कांग्रेस के साथ खड़े नहीं होते थे। क्षेत्र की जनता विनोद सिंह में उनकी ही छवि देखती है, परंतु इनका कांग्रेस के साथ खड़ा होना समझ से परे हैं।
इधर, भाकपा माले विधायक विनोद सिंह ने भी पलटवार करते हुए कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त से राज्यसभा की सीट हासिल करने को बेचैन भाजपा का महेंद्र सिंह को याद करना या तो नासमझी है या सोची-समझी धोखाधड़ी। भाजपा ने मध्य प्रदेश से लेकर कर्नाटक, गुजरात आदि राज्यों में सरकार या राज्य सभा की सीटें हासिल करने के लिए सौदेबाजी की है। यह देश के इतिहास में सबसे कलंकित अध्याय है। कहा, आज मोदी सरकार लोकतंत्र, संविधान और संस्थाओं पर हमला कर साप्रदायिक तानाशाही और कॉरपोरेट लूट देश पर थोप रही है। इस वक्त किसी भी संवेदनशील नागरिक का पहला कर्तव्य है भाजपा को हर मोर्चे पर पीछे धकेलना। इस काम में किसी भी तरह की कमजोरी जनता के साथ गद्दारी होगी।
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