हेमंत बोले शिबू तय करेंगे, शिबू ने कहा हम कुछ नहीं बोलेंगे
विपक्षी गठबंधन के सवाल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का शीर्ष नेतृत्व संशय की स्थिति में है।
रांची : विपक्षी गठबंधन के सवाल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का शीर्ष नेतृत्व संशय की स्थिति में है। गुरुवार को जामताड़ा में मोर्चा अध्यक्ष शिबू सोरेन ने कहा था कि वे गठबंधन कर चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी अपने बूते चुनाव मैदान में जाएगी। लेकिन जामताड़ा से दुमका पहुंचते-पहुंचते 75 किलोमीटर के अंतराल पर हीं उनके तेवर में नरमी आ गई। उन्होंने गठबंधन के सवाल को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी सह मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर टाल दिया।
शुक्रवार को वे बोले, गठबंधन पर फैसला हेमंत बाबू को हीं लेना है। वे इसपर कुछ नहीं बोलेंगे। यह भी कहा कि वे पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं। दुमका से लोकसभा का चुनाव जरूर लड़ेंगे।
इधर रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने गठबंधन के फैसले को अपने पिता सह पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन पर टाला। काफी कुरेदने के बावजूद गठबंधन पर हां या नहीं बोलने से वे बचते रहे। हेमंत ने कहा-अभी मुख्य मुद्दा बीजेपी को दूर रखना है। इसके लिए जो परिस्थिति बेहतर होगी, उसपर काम करना होगा। गुरुजी के कमेंट के बारे में उनसे पूछकर हीं कुछ कहा जा सकता है। फैसले से मीडिया को अवगत करा दिया जाएगा।
प्रेशर पालिटिक्स : क्या चाहता है झामुमो
-झारखंड मुक्ति मोर्चा सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन के अन्य दलों पर दवाब बना रहा है।
-आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अधिकतम सीटों पर दावेदारी।
-लोकसभा चुनाव में 6 और विधानसभा चुनाव में 45 सीटों पर दावेदारी।
-हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करे विपक्षी गठबंधन।
कांग्रेस के लिए छोड़ी राज्यसभा सीट
झारखंड मुक्ति मोर्चा की दलील है कि ज्यादा विधायक रहने के बावजूद उसने कांग्रेस के लिए राज्यसभा की सीट छोड़ दी। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी धीरज प्रसाद साहू इसी बूते जीत पाए।
विपक्ष को भरोसा, होगा गठबंधन
झामुमो में संशय के बीच विपक्षी दलों को भरोसा है कि गठबंधन होगा। झाविमो महासचिव बंधु तिर्की ने कहा कि गठबंधन समय की मांग है। गुरुजी सम्मानित व्यक्ति हैं और वे इस बात को समझते हैं। उधर, राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि गुरुजी गार्जियन स्वरूप हैं। अभी गठबंधन हुआ नहीं हैं। इसपर वार्ता जारी है। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विपक्षी ताकतों को एकजुट करने की जो पहल की है, राजद उसे आगे बढ़ाएगा।
कांग्रेस से समझौता किया तो टूटेगा झामुमो : भाजपा
विपक्षी गठबंधन पर झामुमो के रूख से भाजपा उत्साहित है। पार्टी ने इसपर चुटकी ली है। प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि जुटान से पहले हीं महागठबंधन के कुनबे का बंटाधार हो गया है। अगर हेमंत सोरेन कांग्रेस के साथ जाने की जिद्द पर अड़े रहे तो चुनाव तक झामुमो टूट सकता है। गुरुजी के बयान से स्पष्ट है कि वे कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहते। लेकिन हेमंत सोरेन अपमान सहकर भी बार-बार सत्ता के लिए गठबंधन का राग अलाप रहे हैं। दरअसल हेमंत सोरेन पर सत्ता का भूत सवार है। इसके लिए वे सबकुछ दांव पर लगाने को तैयार है।
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