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Jharkhand: ओडिशा नंबर देखकर पुलिस ने रोकी कार, तलाशी में मिला 30 किलो गांजा

ओडिशा से रांची लायी जा रही गांजा की खेप पुलिस ने सोमवार को वाहन चेकिंग के दौरान सुजाता चौक के पास से पकड़ी। इसे ले जा रही कार (ओडी 14 के 4837) विश्वरंजन नाग उर्फ आकाश नाग को को गिरफ्तार किया है। कार में ओड़ीसा नंबर देखकर...

By Vikram GiriEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 10:17 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 10:17 PM (IST)
Jharkhand: ओडिशा नंबर देखकर पुलिस ने रोकी कार, तलाशी में मिला 30 किलो गांजा
ओडिशा नंबर देखकर पुलिस ने रोकी कार तलाशी में मिला 30 किलो गांजा। प्रतीकात्मक तस्वीर

रांची (जागरण संवाददाता) । ओडिशा से रांची लायी जा रही गांजा की खेप पुलिस ने सोमवार को वाहन चेकिंग के दौरान सुजाता चौक के पास से पकड़ी। इसे ले जा रही कार (ओडी 14 के 4837) विश्वरंजन नाग उर्फ आकाश नाग को को गिरफ्तार किया है। कार में ओड़ीसा नंबर देखकर ही रोका गया था। गिरफ्तार आरोपित ओड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले के पानपोस का रहने वाला हैं। हालांकि दो आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पकड़े गए गांजा की कीमत लगभग 1.20 लाख रुपये बताई जा रही है। सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि डीजीपी के आदेश पर एंटी क्राइम चेकिंग के तहत वाहनों की जांच कर रही थी तो एक चालक कार लेकर तेजी से भागने लगा।

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मौके पर तैनात यातायात पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया। हालांकि इस दौरान दो आरोपित फरार हो गए। जिसमें शिवम सिन्हा व उसका एक दोस्त का नाम शामिल हैं। पुलिस जब कार की तलाशी ली गयी तो बोरा के अंदर 6 पैकेट में 30 किलो गांजा बरामद हुआ। गिरफ्तार गांजा तस्कर ने पुलिस को बताया कि ओडिशा से गांजा लाकर रांची में शशि नामक व्यक्ति को देना था। इससे पहले भी शशि को डिलेवरी देने के लिए आया था लेकिन किसी वजह से नही दे सका। पुलिस शशि के तलाश में जुट गयी हैं।

कर्ज चुकता करने के लिए बन गया तस्कर

आकाश ने पुलिस की पूछताछ में बताया की उसका भाई सिक्योरिटी एजेंसी का संचालक है। वह अपने भाई के एजेंसी में ही गार्ड का काम करता था उसने अपने एक परिचित से 22 हजार कर्ज लिया था। जिसे वह चुकता नहीं कर पा रहा था। इसके अलावा उसे नशे की लत थी। वह कर्ज चुकाने और नशे की लत को पूरा करने के लिए गांजा का तस्कर बन गया। उसने यह भी बताया कि वह राजधानी में गांजा सप्लाई के काम से जुड़े शशि शर्मा को गांजा पहुंचाने आया था। शशि शर्मा पहले सुंदरगढ़ में ही काम करता था।

इस वजह से वह शशि शर्मा से पहले से परिचित था। उसने यह भी बताया कि उसके साथ सुंदरगढ़ से गांजा साथ लेकर आने वाले में सोनू सिन्हा और सोनू सिन्हा का एक दोस्त शामिल था। लेकिन सुजाता चौक के समीप पुलिस ने जब कार चेकिंग के लिए रोका, तब इस बात की जानकारी पुलिस को नहीं थी कि गाड़ी की डिक्की में गांजा है। इस वजह से तलाशी के दौरान उसके दोनों सहयोगी गाड़ी से उतरकर निकलने के बाद वहां से भाग निकले। पुलिस ने पूछताछ के आधार पर शशि शर्मा के भी तलाश शुरू कर दी है।


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