योगेंद्र साव और एनोस एक्का के बीच मारपीट मामले की जांच में जुटी पुलिस
Jharkhand Politics. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर वार्ड में आकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। एनोस ने जान से मारने और योगेंद्र ने रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है।
रांची, जासं। होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पूर्व मंत्री एनोस एक्का और योगेंद्र साव के बीच 31 मार्च की रात हुए विवाद की जांच में पुलिस जुट गई है। एनोस एक्का व योगेंद्र साव दोनों ने ही इस मामले में खेलगांव ओपी में मामला दर्ज करा रखा है। दोनों के बीच जेल परिसर में ही गाली-गलौज और मारपीट हुई थी। दोनों के विवाद को सुलझाने के लिए जेल में ही बंद पूर्व मंत्री राजा पीटर व जेल प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
जेल में बंद कोलेबिरा के पूर्व विधायक एनोस एक्का की ओर से दिए गए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि योगेंद्र साव उनके जेल के वार्ड में आए। उनके साथ मारपीट की। जाति सूचक शब्दों का उपयोग कर गाली दी। साथ ही दुमका जेल भिजवाने और जान से मरवा देने की धमकी भी दी है। इधर बड़कागांव के पूर्व विधायक योगेंद्र साव का आरोप है कि एनोस एक्का उनके वार्ड में आए। 2000 रुपये की रंगदारी मांगी। वह अक्सर ऐसा करते हैं। इन्कार करने पर एनोस ने उनपर 31 मार्च की रात अचानक हमला कर दिया। इससे आंख, कान व गले में चोट लगी। कपड़े भी फाड़ डाले।