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Horse Trading: हार्स ट्रेडिंग मामले में पुलिस की जांच अब तक बेनतीजा, डेडलाइन खत्‍म

Jharkhand Political Updates. राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग के मामले में रांची पुलिस को एक माह में जांच पूरी करने का आदेश दिया गया था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 08:47 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 01:07 PM (IST)
Horse Trading: हार्स ट्रेडिंग मामले में पुलिस की जांच अब तक बेनतीजा, डेडलाइन खत्‍म
Horse Trading: हार्स ट्रेडिंग मामले में पुलिस की जांच अब तक बेनतीजा, डेडलाइन खत्‍म

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Political Updates राज्यसभा चुनाव-2016 में हॉर्स ट्रेडिंग की जांच कर रही रांची पुलिस को एक महीने में अनुसंधान पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन डेडलाइन खत्म होने के बावजूद अनुसंधान अधूरा है। अब तक इस कांड से जुड़े तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास व उनके सहयोगियों का बयान नहीं लिया जा सका है। हॉर्स ट्रेडिंग के इस मामले में आरोपित के वीवीआइपी होने के कारण चार साल के बाद भी रांची पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।

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जबकि, सीआइडी ने इस मामले में रांची पुलिस को 40 बिंदुओं पर एक माह के भीतर अनुसंधान पूरा करने का लक्ष्य दिया था। इसमें वोट नहीं देने वाले विधायकों से वोट नहीं देने का कारण भी पूछा जाना था। हॉर्स ट्रेडिंग की जांच कर रही रांची पुलिस की टीम अब तक तत्कालीन विधायक चमरा लिंडा, बाबूलाल मरांडी, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय से पूछताछ कर चुकी है।

इस प्रकरण में तत्कालीन एडीजी विशेष शाखा अनुराग गुप्ता, तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, उनके सलाहकार अजय कुमार का बयान लेना अभी बाकी है। पांकी से कांग्रेस के तत्कालीन विधायक देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह से भी पूछताछ होगी। झामुमो के विधायक चमरा लिंडा व कांग्रेस के तत्कालीन विधायक बिट्टू सिंह वोट देने से वंचित रह गए थे।

तत्कालीन विधायक निर्मला देवी लगा चुकी हैं गंभीर आरोप

रांची पुलिस की पूछताछ में तत्कालीन विधायक निर्मला देवी गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 10 जून 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनके आवास पर आकर राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं देने का दबाव बनाया था। उन्होंने इसके लिए पांच करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया था और यह भी कहा था कि भाजपा ज्वाइन कर लो।

निर्मला देवी के पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के अनुसार उनके पास बातचीत का ऑडियो क्लिप भी है, लेकिन अभी तक योगेंद्र वह ऑडियो क्लिप पुलिस को नहीं दे सके हैं, जिसके चलते अनुसंधान पूरा नहीं हो पा रहा है। हालांकि, अनुसंधानकर्ता इस केस से संबद्ध सभी नेताओं-विधायकों का बयान ले रहे हैं। अब तक इस केस में रांची पुलिस की टीम ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, तत्कालीन विधायक निर्मला देवी, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, तत्कालीन विधायक चमरा लिंडा व पूर्व सांसद सुबोध कांत सहाय का बयान लिया है।


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