गृह विभाग पहुंची कोरोना ड्यूटी वाले पुलिसकर्मियों को मुआवजे की फाइल
रांची कोरोना ड्यूटी वाले पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों को मुआवजा दिए जाने से संबंधित फाइल गृह विभाग में पहुंच गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव के आग्रह पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह विभाग से इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर सुपुर्द करने को कहा है। मुआवजे का मामला करीब चार महीने से लंबित है।
रांची : कोरोना ड्यूटी वाले पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों को मुआवजा दिए जाने से संबंधित फाइल गृह विभाग में पहुंच गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव के आग्रह पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह विभाग से इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर सुपुर्द करने को कहा है। मुआवजे का मामला करीब चार महीने से लंबित है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों के मामले में झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने पुलिस मुख्यालय व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्राचार कर यह मांग की थी कि ऐसे पदाधिकारियों का भी स्वास्थ्यकर्मियों की तरह ही 50 लाख रुपये का बीमा हो। इसपर कोई विचार नहीं किया जा सका। इसके बाद एसोसिएशन ने फिर पत्राचार किया और डीजीपी से मिलकर अपनी समस्या बताई। एसोसिएशन ने फिर मांग रखी कि कोरोना ड्यूटी वाले पुलिसकर्मियों के लिए 50 लाख रुपये का बीमा हो, नहीं तो उग्रवादी हिसा में शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों की तरह ही पूरा लाभ मिले। सरकार के स्तर पर विचार जारी है।
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निर्णय हुआ भी नहीं, एक दारोगा की हो चुकी है मौत :
मुआवजे की फाइल सरकार के स्तर पर लंबित है, इसी बीच राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित एक दारोगा की मौत भी हो गई। एसोसिएशन ने दारोगा की मौत के बाद एक बार फिर पुलिस मुख्यालय व सरकार से अपनी मांग को दोहराया है। सभी आस लगाए बैठे हैं कि मृतक के आश्रित को मुआवजे का भुगतान हो जाएगा। राज्य में संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जो पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
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