Move to Jagran APP

Jharkhand Crime: रांची में पुलिस ने पकड़ी अवैध मिनी गन फैक्ट्री, दो गिरफ्तार

Jharkhand Crime रांची पुलिस ने सोमवार की देर रात पिठौरिया थाना क्षेत्र के सांगा गांव में छापामारी कर एक मिनी गन फैक्ट्री पकड़ी है। ‌पुलिस ने फैक्ट्री चलाने वाले जिला परिषद सदस्य हकीम अंसारी के भाई फारूक अंसारी और जुगल लोहरा उर्फ बहरा को गिरफ्तार किया है।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 12:50 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 12:50 PM (IST)
Jharkhand Crime: रांची में पुलिस ने पकड़ी अवैध मिनी गन फैक्ट्री, दो गिरफ्तार
रांची पुलिस ने पिठौरिया थाना क्षेत्र के सांगा गांव में छापामारी कर एक मिनी गन फैक्ट्री पकड़ी है।

रांची, जासं। रांची पुलिस ने सोमवार की देर रात पिठौरिया थाना क्षेत्र के सांगा गांव में छापामारी कर एक मिनी गन फैक्ट्री पकड़ी है। ‌पुलिस ने फैक्ट्री चलाने वाले जिला परिषद सदस्य हकीम अंसारी के भाई फारूक अंसारी और जुगल लोहरा उर्फ बहरा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने फैक्ट्री से एक अर्द्ध निर्मित सिंगल बैरल का पिस्टल, लकड़ी के बंदूक का ढांचा, भट्टी को गर्म करने वाली मशीन के अलावा देसी पिस्टल और कुछ गोलियां बरामद की हैं। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

loksabha election banner

पुलिस का कहना है कि वह जब यहां छापामारी के लिए पहुंची तो कुछ लोग फरार हो गए। उनका सुराग तलाशा  जा रहा है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि पुलिस को हथियारों की तस्करी और अवैध असलहों ‌के निर्माण की सूचना मिली थी। इसी आधार पर छापामारी की गई थी।‌ पुलिस को सूचना मिली थी कि सांगा गांव में जुगल लोहरा अवैध गन की फैक्ट्री चलाता है। इसमें पिस्टल, बंदूक आदि बनाई जाती है। किसी सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपित जुगल के घर पर छापेमारी की। पुलिस ने जुगल को गिरफ्तार कर लिया।

कड़ाई से पूछताछ की गई तो जुगल की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से हथियार भी बरामद कर लिया है। पुलिस के समक्ष जुगल ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। इसके बाद फारूक की गिरफ्तारी की गई और फिर फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ। फारूक ने अन्य नामों का भी खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि सांगा गांव के जुगल और केरकट्टा गांव का फारूक हथियार बनाने में माहिर है। दोनों मिलकर खुद ही हथियार का निर्माण करते हैं। दोनों अपने अपने घरों में ही हथियार बना रहे थे। यही नहीं, दोनों पुराने हथियारों की मरम्मत का भी काम करते हैं। बाजार में हथियार बेचने की जिम्मेदारी भी यही उठाते थे। ‌

फारुख को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने जुगल लोहरा को हथियार बनाया। जुगल लोहरा से फारुख को फोन कराया गया कि हथियार खरीदने के लिए एक पार्टी आई है। फारुख को हथियार के साथ केरकेट्टा के समीप जंगल में बुलाया गया। पुलिस की टीम सादे लिबास में जंगल में छिपी थी। फारुख जैसे ही जंगल पहुंचा, उसे दबोच लिया गया। उसके पास से देसी पिस्टल, दो गोली और अन्य हथियार भी बरामद किए गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.