पुलिस अभियान के बावजूद ताबड़तोड़ हो रही नक्सली वारदातें
रांची : पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान के बावजूद नक्सलियों का हौसला बुलंद है। इसका खुलासा नक्सली वारदा
रांची : पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान के बावजूद नक्सलियों का हौसला बुलंद है। इसका खुलासा नक्सली वारदातें कर रही हैं। उदाहरण के लिए सिर्फ एक मई से नौ मई तक के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी धमक दिखाई है। जहां मौका मिल रहा है, पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। केंद्रीय अनुदान व सहयोग के बावजूद नक्सलियों पर क्यों नहीं चल रहा कारगर अभियान। इन्हीं सभी मसलों पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह प्रोजेक्ट भवन सभागार में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी व राज्य के कई अफसरों के साथ रूबरू होंगे।
मई-2018 में नौ दिनों के भीतर घटी नक्सली घटनाएं
- 01 मई 2018 : रांची में तमाड़ थाना क्षेत्र के विजयगिरी डैम के पास माओवादियों ने सवारी गाड़ी के चालक अब्राहम टोपनो की गला रेतकर हत्या कर दी।
- 02 मई 2018 : रांची में लापुंग थाना खेत्र में अकमरौम कैलुटोली में पीएलएफआइ नक्सलियों ने लेवी नहीं देने पर ग्रामीण विजय मुंडा उर्फ अरविंद होरो की गोली मारकर हत्या कर दी।
- 05 मई 2018 : रांची में खलारी के दमदमिया चौक पर माओवादियों ने लेवी के लिए सीसीएल के स्टाफ बस को आग के हवाले कर दिया। बगल में खड़ी दूसरी बस भी क्षतिग्रस्त हो गई।
- 06 मई 2018 : लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के चमातू में जेपीसी के नक्सलियों ने लेवी के लिए कुंडी कोलियरी से कोयला लेकर आ रहे तीन ट्रकों को जला दिया। चालक-खलासी से मारपीट की और फाय¨रग भी की, जिसमें एक ट्रक चालक विमलेश यादव जख्मी हो गया।
- 08 मई 2018 : गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के बांध मोड़ स्थित चिरकी नाला के पास माओवादियों ने लेवी के लिए आगजनी की। यहां सड़क निर्माण में लगे पांच हाइवा, दो डंपर, दो पोकलेन, दो पानी टैंकर व एक ट्रैक्टर को आग लगाकर क्षतिग्रस्त किया गया था।
थाने से दो किलोमीटर की दूरी पर माओवादियों ने दिखा दी धमक
गिरिडीह के पीरटांड़ थाना क्षेत्र में बांधमोड़ स्थित चिरकी नाला के पास 08 मई को सड़क निर्माण में लगे 12 वाहनों जलाने के मामले में नई जानकारी सामने आई है। जहां माओवादियों ने घटना को अंजाम दिया, वह स्थान पीरटांड़ थाने से महज दो किलोमीटर की दूरी पर है। इतना ही नहीं, पीरटांड़ थाना व खुखरा पिकेट के बीच यह घटना घटी। दोनों ही थानों के बीच आठ किलोमीटर की दूरी है। इसके बावजूद नक्सली आसानी से निकलकर चले गए।
पिछड़ों तक कैसे पहुंचेगी विकास राशि, देंगे टिप्स
गृह मंत्री केंद्र से नक्सल प्रभावित झारखंड के 16 जिलों को प्रत्येक वर्ष मिलने वाली 28.57 करोड़ रुपये का हिसाब भी लेंगे। पिछड़े व घोर नक्सल प्रभावित जिलों में विकास कार्य के लिए ही केंद्र सरकार ने यह राशि आवंटित की है। यह राशि पिछड़ों तक कैसे पहुंचेगी, इसके लिए वे टिप्स भी देंगे। यह राशि पहले भी मिलती थी, लेकिन विकास धरातल पर नहीं दिखता था। उक्त राशि के सदुपयोग में अब कितने संवेदनशील होंगे एसएसपी व डीसी, इसपर भी मंथन होगा। राज्य के सभी 16 जिलों को तीन साल के लिए केंद्र से अब 13 अरब, 71 करोड़, 36 लाख रुपये मिलने जा रहे हैं।
इन जिलों में लातेहार, गढ़वा, पलामू, चतरा, गिरिडीह, हजारीबाग, रांची, चाईबासा, खूंटी, रामगढ़, जमशेदपुर, लोहरदगा, सिमडेगा, बोकारो, गुमला व दुमका शामिल हैं।