पेड़-पौधों के बिना धरती पर जीवन संभव नहीं
दैनिक जागरण के पौधे लगाएं वृक्ष बचाएं अभियान के तहत शनिवार को डीएवी नंदराज, आदर्श विद्या मंदिर सहित कई स्कूलों में पौधरोपाण किया गया। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने वृक्ष संरक्षण की शपथ ली।
रांची : दैनिक जागरण के पौधे लगाएं वृक्ष बचाएं अभियान के तहत शनिवार को डीएवी नंदराज, आदर्श विद्या मंदिर और मारवाड़ी ब्वॉयज कॉलेज में पौधरोपण किया गया। स्कूल व कॉलेज के बच्चों को पेड़, पौधों की अहमियत की जानकारी दी गई। सबने पौध लगाने का संकल्प लिया। डीएवी नंदराज, आदर्श विद्या मंदिर व मारवाड़ी कॉलेज के शिक्षकों ने छात्र छात्राओं को वृक्ष के महत्व के बारे में बताया। कहा की पेड़ पौधे के बिना धरती पर जीवन का फलना फूलना संभव नहीं है। आज के दौर में पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। जिसके कारण ग्लोबल वार्मिग का खतरा बढ़ गया है। पेड़ पौधों की कमी के कारण मौसम में बदलाव हुआ है। बाढ़, सुखाड़, भीषण गर्मी, शीत लहर, जैसी प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप बढ़ा है। जो मानव जीवन के लिए खतरा का संकेत है। पर्यावरण को संतुलित रखने में पेड़ पौधों की अहम योगदान होती है। हम सभी को शुभ अवसर पर पांच-पांच पौध अवश्य लगाना चाहिए।
शिक्षकों ने लगाए पौधे
डीएवी नंदराज के प्रांगण में प्राचार्य गुरमीत कौर, उप प्राचार्य निरुपा मिश्रा, शिक्षिका रोमा विश्वास, रंजू देवी, अनामिका देवी, मोनी, नीतू पांडे, वेदवती आर्या, आदर्श विद्या मंदिर के प्राचार्य मनोज कुमार, उप प्राचार्य मनीष मिशाल, शिक्षक राजेश कुमार, अखौरी प्रवेश भूपाल कुमार, मारवाड़ी ब्वॉयज कॉलेज के प्राचार्य एएन ओझा, शिक्षक कपिल कांत, प्रमोद, फिरोज, एकबाल, रविंद्र चौरसिया तथा छात्र-छात्राओं ने पौधरोपण किया। इस दौरान फलदार, छायादार व खूशबुदार पौधा लगाया गया। ज्ञात हो की दस दिनों के अभियान के तहत शहर के स्कूल, कॉलेज व प्रतिष्ठानों में पौधरोपण का कार्य हो रहा है।
छात्र- छात्राओं में दिखा जोश-
पौधरोपण को लेकर स्कूल के छात्र छात्राओं में जोश देखने को मिली। सबने पौधा लगाने का संकल्प लिया। तथा दूसरों को पेड़ पौधों की अहमियत के बारे में जागरुक करने का निर्णय लिया। छात्र-छात्राओं ने कहा की जागरण के पौधरोपण अभियान में अधिक से अधिक युवा और छात्र छात्राओं को सहयोग प्रदान करना चाहिए। हम सभी को जन सहयोग से झारखंड को पुन: हरा भरा करने का बीड़ा उठाना होगा। पेड़ के कटाव से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करना होगा। मानसिकता बदलेगी तो बदलाव आएगा।