15 घंटे की बैठक में भूख से बिलबिलाई टीम, एसपी खाते रहे पिज्जा
बोकारो एसपी ने जो बैठक बुलाई उसमें कनीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया।
राज्य ब्यूरो, रांची : बोकारो के एसपी कार्तिक एस ने अपराध गोष्ठी बुलाई। इस गोष्ठी में जिले के सभी थानेदार, पुलिस निरीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक उपस्थित थे। सुबह दस बजे से रात के डेढ़ बजे तक यह बैठक चली। इस अवधि में किसी भी पदाधिकारी को खाने-पीने की अनुमति नहीं दी गई। करीब 15 घंटे चली इस बैठक में एसपी साहब स्वयं पिज्जा मंगवाकर खाते रहे, वहीं कनीय पदाधिकारी भूखे-प्यासे मुंह ताकते रहे। नाराज झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने इस संबंध में बोकारो के एसपी कार्तिक एस की शिकायत पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) शंभू ठाकुर से की है।
आइजी कार्मिक को भेजी गई चिट्ठी में बताया गया है कि 10 जनवरी को बोकारो एसपी ने जो बैठक बुलाई उसमें कनीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया। बोकारो एसपी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपराध गोष्ठी में उपस्थित पदाधिकारियों को यहां तक कह डाला कि झारखंड के पदाधिकारी अपने बेटे को नौकरी देने के लिए शहीद होते हैं। वे अपने कनीय पदाधिकारियों को अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार करते हैं। इससे कनीय पदाधिकारियों के अनुशासन, मनोबल व कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
आधे घंटे का ब्रेक दिया गया था, आरोप बेबुनियाद : एसपी
बोकारो के एसपी कार्तिक एस ने बताया कि अपराध गोष्ठी के दौरान सबको आधे घंटे का ब्रेक दिया गया था। यह भी कहा गया था कि जो असहज महसूस कर रहे हैं वे बता दें। एसपी ने यह भी बताया कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं, वे बेबुनियाद हैं। एसोसिएशन के माध्यम से गलत जानकारी दी जा रही है।