बिल पास करने में 2.5% कमीशन मांगने का मामला हाई कोर्ट पहुंचा, जनहित याचिका दाखिल
सेंटर फॉर आरटीआइ की ओर से दाखिल की गई जनहित याचिका में जेवीबीएनल के एमडी राहुल पुरवार पर अपने भतीजे सुमित पुरवार के माध्यम से घूस मांगने का आरोप लगाया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। बिजली का काम करा रही कंपनी से पूरी राशि का ढाई परसेंट घूस मांगने का मामला झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गया है। उच्च न्यायालय से 2.5 फीसद कमीशन के मामले में पीआइएल दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई गई है। सेंटर फॉर आरटीआइ की ओर से झारखंड हाई कोर्ट में दाखिल की गई जनहित याचिका में जेवीबीएनल के एमडी राहुल पुरवार पर अपने भतीजे सुमित पुरवार के माध्यम से घूस मांगने का आरोप लगाया गया है। राहुल पुरवार के पूरे कार्यकाल व इस प्रकरण की सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग भी की गई है।
हेमंत सोरेन ने लगाया था आरोप
बता दें कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इंजीनियरिंग एंड टेक्निकल सर्विसेज कंसल्टेंट्स टू टाटा प्रोजेक्ट्स के अविनाश कुमार का ई-मेल जारी करते हुए भुगतान में करोड़ों रुपये की वसूली का आरोप लगाया था। हेमंत ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि टाटा प्रोजेक्ट्स कंपनी को 42 करोड़ रुपये भुगतान करने से संबंधित फाइल बिजली वितरण निगम लिमिटेड के एमडी राहुल पुरवार के टेबल पर तीन महीने से रखा है। फिर भी 2.5 फीसद कमीशन वसूली नहीं हो पाने से इस पर कार्रवाई नहीं हो रही है। यह भी दावा किया कि राहुल पुरवार अपने एक करीबी रिश्तेदार सुमित कुमार पुरवार के माध्यम से कंपनी के टॉप मैनेजमेंट से लगातार संपर्क में हैं और पैसे की मांग कर रहे हैं।
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