आठ संक्रमितों के शवों का नामकुम में हुआ अंतिम संस्कार, ग्रामीणों ने किया विरोध, समझाने पर माने
रांची/नामकुम पिछले कुछ दिनों से रिम्स के मोर्चरी में पड़े 8 शव रखे हुए थे। नामकुम में अंतिम संस्कार के समय इसका विरोध कियागया।
जागरण संवाददाता, रांची/नामकुम : पिछले कुछ दिनों से रिम्स के मोर्चरी में पड़े 8 शवों का रविवार को नामकुम के घाघरा नदी के शमशान घाट पर जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार कराया गया। कोरोना से मरने वाले अधिकतर शव दूसरे जिले के थे। जिन्हें गंभीर बीमारी के बाद रिम्स रेफर किया गया था। हालांकि स्थिति गंभीर होने के कारण रिम्स के भी डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। मौत के बाद शवों को शव गृह में रखा गया था। ये चतरा, बोकारो, धनबाद, रांची व अन्य जिलों के रहनेवाले थे। कुछ शवों को अंतिम संस्कार के लिए हरमू स्थित मुक्तिधाम भी ले जाया गया था, जहां विद्युत शवदाह गृह में तकनीकी खराबी के कारण अंतिम संस्कार नहीं हो सकी था। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर नामकुम में अंतिम संस्कार किया गया।
इधर, जिला प्रशासन की टीम शवों को लेकर घाघरा नदी स्थित शमशान घाट पहुंची तो घाघरा एवं महुआ टोली के सेकडौं ग्रामीण जमा हो गए और अंतिम संस्कार का विरोध करने लगे। विरोध को देखते हुए प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। जिसके बाद अंतिम संस्कार कराया गया। समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण लौटे।
सम्मानित किए गए वारियर्स : सूर्यांश भारत मिशन ट्रस्ट की ओर से रविवार को कांके रोड मिशन गली में रांची नगर निगम के सफाई कर्मियों को कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया गया। सूर्यांश भारत मिशन ट्रस्ट की सचिव शालिनी शाह एवं ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने सफाईकर्मियों के बीच कोरोना से बचाव हेतु गमछा, मास्क, सैनिटाइजर, होम्योपैथिक दवा, बिस्किट आदि का नि:शुल्क वितरण किया। सफाईकर्मियों की सामूहिक आरती उतारी गई एवं फूल बरसा कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम में दिलीप कुमार, आदर्श, आशीष विभूति, छठी लाल, चंद्रावती देवी, जयराम सिंह, लीलावती देवी, वैभव श्री सम्राट, श्रीराम मेडिकल एजेंसी के अमित किशोर अग्रवाल, सौरव सर्जिकल के सौरभ कुमार रॉय तथा राजगढि़या स्पेशलिटी केयर के अश्रि्वनी राजगढि़या सहित अन्य थे।