Tokyo Olympics: झारखंड के खूंटी व सिमडेगा में चढ़ा ओलिंपिक का बुखार, जानें क्या कहते हैं लोग
Tokyo Olympics Hockey Tournament Jharkhand News सिमडेगा स्थित सलीमा टेटे के गांव बड़की छापर में लोग सुबह से ही मैच की बात कर रहे हैं। सलीमा टेटे इस जिले से ओलिंपिक खेलने वाली पहली महिला हाॅकी खिलाड़ी हैं।
रांची, खेल संवाददाता। टोक्यो ओलिंपिक का बुखार झारखंड के खेल प्रेमियों पर चढ़ने लगा है। भारतीय महिला हाॅकी टीम में खूंटी की निक्की प्रधान व सिमडेगा की सलीमा टेटे शामिल है। निक्की का यह दूसरा जबकि सलीमा का पहला ओलिंपिक है। भले ही ये बेटियां जापना में आज शाम नीदलैंड्स के खिलाफ खेलेंगी लेकिन दोनों के गांवों में उत्साह का माहौल है। सिमडेगा स्थित सलीमा के गांव बड़की छापर में लोग सुबह से ही मैच की बात कर रहे हैं। सलीमा टेटे इस जिले से ओलिंपिक खेलने वाली पहली महिला हाॅकी खिलाड़ी है।
यहां से 41 साल पूर्व सिलवानुस डुंगडुंग ने ओलिंपिक खेला था। मैच की तैयारियों को लेकर सलीमा के पिता सुलक्षण टेटे ने हाॅकी सिमडेगा से एलईडी वैन से गांव में मैच का प्रसारण कराने का आग्रह किया, ताकि सभी लोग एक साथ मैच देख सकें। हाॅकी सिमडेगा के सचिव मनोज कोनबेगी ने इस संदर्भ में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से बात की। लेकिन उन्हें बताया गया कि एलईडी वैन उपलब्ध नहीं है। सलीमा के पिता ने कहा कि बेटी भले ही जापान में है, पर हमारा आशीर्वाद उसके साथ है।
गांव के सभी लोग उसके मैच का इंतजार कर रहे हैं। वहीं सलीमा की मां शुभानी टेटे ने कहा कि मैच के बाद ही शाम में घर का काम करूंगी। बेटी को खेलते देखने की तमन्ना है। मैच खत्म होने के बाद ही रात का खाना बनाउंगी। हाॅकी सिमडेगा के सचिव मनोज कोनबेगी ने कहा कि बारिश होने के बावजूद मैच को लेकर लोगों में उत्साह है लेकिन बिजली गुल होने की आशंका से सभी सशंकित भी हैं।
वहीं खूंटी स्थित हेसल गांव में भी उत्साह का माहौल है। निक्की के पिता सोमा प्रधान बताते हैं कि मैच सवा पांच बजे शुरू होगा और मैं पांच बजे ही टीवी के सामने बैठ जाउंगा। उन्हें चिंता सिर्फ इस बात की है कि कहीं बिजली रंग में भंग ना डाल दे। मां जीतन देवी भी बेटी की मैच को लेकर उत्साहित है। वह बताती है कि निक्की के मैच के संबंध में गांव की महिलाएं बार-बार पूछ रही हैं। मैं तो चाहती हूं कि बेटी देश व राज्य का नाम रौशन करे।