बारिश में भी मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन को उमड़े लोग
मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। लोग मेले का भी आनंद उठा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रांची : मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बारिश के बाद भी शनिवार को उमड़ी। जगन्नाथ रथ मेला के तीसरे दिन की पूजा अर्चना सुबह 5 बजे शुरू हुई। प्रथम पूजा के उपरात 6 बजे मंदिर का कपाट भक्तों के लिए खोल दिया गया। लोग दर्शन के बाद मेले का भी आनंद उठा रहे हैं। सांस्कृतिक निदेशालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में ओडिशा के कलाकारों में लोगों का मन मोह लिया।
दर्शन करने आए लोगों के बीच आरती के बाद महाप्रसाद बांटा गया। मंदिर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया। भगवान के दोपहर शयन के बाद पुन: दर्शन शुरू हुआ जो देर शाम तक जारी रहा। रात 8 बजे भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम एवं बहन सुभद्रा की भव्य आरती उतारी गई। दिन भर मंदिर परिसर जय जगन्नाथ के नारे से गूंजती रही। रात में भगवान को चावल के छिलका की रोटी का भोग लगाया गया। प्रसाद वितरण के उपरात मंदिर का पट बंद कर दिया गया। भगवान हरि शयनी एकादशी 12 जुलाई तक मौसीबाड़ी में रुकेंगे। उस दिन शाम में अपने धाम लौट जायेंगे। लोग मेले का उठा रहे है आंनद---
भगवान जगन्नाथ का दर्शन करने आने वाले भक्त मेले का भी जमकर आंनद ले रहे हैं। रात 10 बजे तक मेले में रौनक बनी रहती है। मेले में लकड़ी का बेलन-चकला और गृह सज्जा के सामान की खुब ब्रिकी हो रही है। बांस से बने फुल, की स्टैंड, फोटो फ्रेम आदि की मेले में काफी मांग है। इसके साथ ही लोग बड़े झूलों का भी खुब लुफ्त उठा रहे हैं। मेले में मौत के कुआं का खेल लोगों के लिए आर्कषण बना हुआ है। प्रतिदिन हो रहा सांस्कृतिक कार्यक्रम
सास्कृतिक कार्य निदेशालय के द्वारा मेले में सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है। मेले के तीसरे दिन भी कई सास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। इन सास्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए भी काफी संख्या में लोग आ रहे हैं। शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में ओडिशा के कलाकारों ने सुजाता पटनायक के नेतृत्व आर्कषक गोतीपुया नृत्य की प्रस्तुति की गई। इस नृत्य को देखकर लोग झुम उठे। इसके बाद मोनिका हेमरोम पाकुड़ के नेतृत्व में संथाली गीत एवं नृत्य की प्रस्तुत की गई। संथाली गीत को सुनकर वहां आये लोगों ने गायकों का खुब उत्साह वर्धन किया। माधवी कुमारी जिनोहो ने अपने मधुर कंठ से लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने हिन्दी के नये और पुराने गीतों पर लोगों को खुब झुमाया। इसके साथ ही माधवी ने नागपुरी और भोजपुरी में भी गीत गाया। इस अवसर पर सास्कृतिक कार्य निदेशालय झारखंड के सहायक निदेशक विजय पासवान, चंद्र देव सिंह, जयकात इंदवार, सुनील कुमार,विवेक सिंह , अर्जुन कुमार, गंगा राम महतो, रुपेश कुमार, सुमन कुमारी आदि उपस्थित थे।