सदर अस्पताल के महिला विंग में पार्किग, लांड्री में डंप कर रहे मेडिकल वेस्ट
मनोरंजन रांची सदर अस्पताल में अव्यवस्था होने के कारण स्थितियां बद से बदतर हो गईं हैं। अस्पताल के महिला विंग में ही बाइक पार्क की जा रही है। वहीं लांड्री में मेडिकल वेस्ट को डंप किया जा रहा है।
मनोरंजन, रांची : सदर अस्पताल में अव्यवस्था होने के कारण स्थितियां बद से बदतर हो गईं हैं। अस्पताल में हर दिन सैकड़ों बाइक, कार आदि वाहन पहुंचते हैं लेकिन इनकी पार्किग की व्यवस्था नहीं है। वहीं दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि अस्पताल से निकले मेडिकल वेस्ट का भी निस्तारण नहीं किया जा रहा। दैनिक जागरण की टीम ने इसका जायजा लिया। पेश है रिपोर्ट।
स्थान। सदर अस्पताल का महिला विंग।
अस्पताल के मेन गेट से प्रवेश करने के बाद बायीं ओर बढ़ने पर यह नवनिर्मित भवन मिलता है। यहां प्रसूति रोग, महिलाओं से जुड़ी अन्य बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसी भवन में शिशु वार्ड और थैलीसीमिया डे केयर सेटर भी है। संक्रमण के लिहाज से यह भवन काफी संवेदनशील है। लेकिन इन सब बातों को ताक पर रख दिया गया है। महिला विंग के बायें और दायें दोनों ओर अस्पताल के ही कर्मी और डॉक्टर भी धड़ल्ले से अपनी बाइक, स्कूटी खड़ी कर रहे हैं। इससे हर दिन मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चूंकि कर्मी ही बाइक लगा रहे हैं तो इन्हें बोलने वाला भी कोई नहीं है। मरीज के परिजन शिकायत करते हैं तो इसकी भी सुनवाई नहीं होती।
चोरी होने के डर से खड़ी कर रहे बाइक : सदर अस्पताल में कुछ महीनों से लगातार बाइक चोरी की घटना सामने आ रही थी। चोरी से बचाने के लिए अस्पताल के डॉक्टर व कर्मी अपनीे गाड़ियों को महिला विंग के भीतर लगा रहे हैं। इससे मरीजों को अस्पताल के अंदर इंफेक्शन का खतरा है। रोजाना महिला विंग के भीतर कर्मियों की 50 से अधिक गाड़ियां खड़ी होती हैं। महिला विंग के एक सुरक्षाकर्मी ने बताया कि कर्मचारियों से लेकर नसरें को मना किया जाता है बावजूद वे गाड़ियों को भवन के भीतर ही खड़ा करते हैं। वहीं इलाज कराने आने वाले मरीजों के परिजन अपनी गाड़ियां अस्पताल से कुछ दूरी पर लगाते हैं।
प्रसूता और नवजात को रहता है संक्रमण का खतरा : सदर अस्पताल के महिला विंग में ही लांड्री है। लेकिन लांड्री को कूड़ेदान के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां मेडिकल वेस्ट को डंप किया जा रहा है। सदर अस्पताल में मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। महिला विंग में मेडिकल कचरे को जमा किया जाता है। नगर निगम के वाहन इसे दो दिनों बाद ले जाते हैं। लेकिन इन दो दिनों में कचरे के ढेर से बदबू आने लगती है। जिससे लांड्री में काम करने वालों के साथ पूरे विंग के कर्मचारी और मरीज परेशान रहते हैं।
अस्पताल प्रबंधन को नहीं है ध्यान : इस विंग में ही गर्भवती महिला का भी वार्ड है, जहां रोजाना कई बच्चे जन्म लेते हैं। गंदगी से नवजातों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस पर मौन बना हुआ है। अस्पताल में निर्माण का काम चल रहा है। इसलिए गाड़ियों की पार्किग में परेशानी हो रही है। जहां तक किसी विंग के भीतर गाड़ी लगाने की बात है तो गलत है। इसे जल्द बंद कराया जाएगा। वहीं मेडिकल वेस्ट को लांड्री में जमा करना भी ठीक नहीं है। जल्द ही अस्पताल परिसर में इसके लिए जगह निर्धारित होगा।
-डॉ. वीबी प्रसाद, सिविल सर्जन।
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