निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ ट्विटर अभियान में शामिल हुए अभिभावक
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ झारखंड अभिभावक संघ का चरणबद्ध आंदोलन जारी है। रविवार को ट्विट के माध्यम से अभियान चलाया गया। इसमें झारखंड राज्य के साथ-साथ कई प्रदेशों के अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों ने अपना समर्थन दिया।
रांची, जासं । निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ झारखंड अभिभावक संघ का चरणबद्ध आंदोलन जारी है। रविवार को ट्विट के माध्यम से अभियान चलाया गया। इसमें झारखंड राज्य के साथ-साथ कई प्रदेशों के अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों ने अपना समर्थन दिया। सभी ट्वीट के माध्यम से आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि सही मुद्दों को लेकर अभिभावकों के हित में यह संगठन लगातार मुखरता के साथ आंदोलन कर रही है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने ट्विटर अभियान के बाद एक पत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईमेल के माध्यम से व ट्विटर पर टैग कर भेजा।
उन्होंने कहा कि हर स्कूल के अंदर शुल्क निर्धारण समिति का गठन अनिवार्य रूप से किया जाना है । जिसमें अभिभावक के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे और उस समिति के अनुशंसा पर ही कोई शुल्क में बढ़ोतरी की जा सकती है। शुल्क दो वर्ष के अंदर 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं बढ़ाया जा सकता। अगर शुल्क में बढ़ोतरी की जा रही है तो उसकी अनुशंसा जिला कमेटी के पास की जाएगी।
इसके बावजूद भी कई जिलों के निजी विद्यालय मनमाने तरीके से शुल्क में वृद्धि कर दिया है। इस कोरोना काल में 40-50 प्रतिशत शुल्क में वृद्धि कर अभिवावकों का शोषण किया जा रहा है। ट्विटर अभियान में राज्य के लगभग सभी जिलों के झारखंड और वर्ग संघ के पदाधिकारी एवं आम अभिभावकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इसमें कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय, महेंद्र राय, रविशंकर राय, डा. पुष्पा श्रीवास्तव रामदीन कुमार ,प्रमोद रंजन, आभा वर्मा, विद्याकर कुंवर, रजनीश श्रीवास्तव, कुणाल सिंह, दीपक शर्मा, अभय पांडेय, राजेश कुमार आदि शामिल हैं।