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अगले साल से शुरू हो जाएंगी आउटडोर सेवाएं

रांची : देवघर में ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की स्थापना की केंद्रीय कै

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 May 2018 11:03 PM (IST)Updated: Wed, 16 May 2018 11:03 PM (IST)
अगले साल से शुरू हो जाएंगी आउटडोर सेवाएं
अगले साल से शुरू हो जाएंगी आउटडोर सेवाएं

रांची : देवघर में ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की स्थापना की केंद्रीय कैबिनेट की स्वीकृति मिलने के साथ ही इसमें अगले साल से आउटडोर सेवाएं शुरू होने की संभावना काफी बढ़ गई है। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसी साल से यहां आउटडोर सेवाएं शुरू करने की बात कही थी। अब उम्मीद है कि अगले माह जनवरी-फरवरी से ये सेवाएं शुरू हो जाएंगी। 25 मई को इसके शिलान्यास के बाद इस दिशा में तेजी से काम होगा।

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एम्स के लिए तैयार प्रस्ताव के अनुसार इसमें हॉस्पिटल इनफारमेशन सिस्टम, मेडिकल कॉलेज के छात्रों व चिकित्सकों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी की भी व्यवस्था रहेगी। बताया जाता है कि केंद्र ने एम्स के लिए 4,089 पद भी सृजित कर दिए हैं जिसमें 305 फैकल्टी के पद हैं। सबसे बड़ी बात यह कि एम्स में देसी चिकित्सा (आयुष) पद्धति में भी इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके लिए अलग से 30 बेड की व्यवस्था की जाएगी जहां परंपरागत चिकित्सा से मरीजों को इलाज किया जाएगा।

237 एकड़ भूमि निश्शुल्क मिली

राज्य सरकार ने देवघर में ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को इनमें 236.92 एकड़ गैर मजरुआ भूमि मुफ्त में दी है। इसके अलावा 35.25 एकड़ खास भूमि दी गई है। देवघर के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने इसी साल 18 अप्रैल को भारत सरकार के अवर सचिव (प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना) विनोद कुमार को यह जमीन हस्तांतरित की। पिछले साल 26 दिसंबर को कैबिनेट की बैठक में यह जमीन केंद्र को निश्शुल्क हस्तांतरित करने की स्वीकृति मिली थी। हस्तांतरण के बाद यह जमीन अब स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के नाम निबंधित हो गई। कैबिनेट ने जमीन के लिए निबंधन शुल्क और मुद्रांक शुल्क को भी माफ कर दिया था।

अंडरटेकिंग देने के बाद ही केंद्र ने दी स्वीकृति

केंद्र की पांच सदस्यीय टीम ने सितंबर 2016 में देवघर के देवीपुर में एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण किया। इस टीम की रिपोर्ट पर केंद्र ने राज्य सरकार से जमीन, सड़क, बिजली तथा पानी की उपलब्धता को लेकर अंडरटेकिंग मांगी। संबंधित विभागों द्वारा अंडरटेकिंग दिए जाने के बाद ही केंद्र सरकार ने देवघर में एम्स बनाने पर अपनी स्वीकृति प्रदान की।

एम्स व एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए फोरलेन सड़क

स्टेट हाइवे अथारिटी ने देवघर में 35 किमी की फोरलेन सड़क को मंजूरी दी है। यह फोरलेन सड़क एम्स और एयरपोर्ट को भी जोड़ेगी। 89 करोड़ की लागत से इस सड़क का निर्माण होना है। राज्य सरकार के निर्देश पर एम्स की स्थापना को लेकर ही इस सड़क के निर्माण का निर्णय लिया गया है।

देवघर में ही एम्स क्यों

एम्स की स्थापना को लेकर स्थल को लेकर शुरू में जिच थी। शुरू में इसकी स्थापना रांची में करने की बात चल रही थी। लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर को इसके लिए सबसे उपयुक्त माना। देवघर में नए एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है तथा बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्य इससे जुड़े हैं, इसे भी केंद्र बिंदु में रखा गया। दूसरी तरफ, केंद्र व राज्य सरकार का फोकस संताल परगना प्रमंडल पर है, इसलिए भी देवघर को एम्स के लिए उपयुक्त माना गया।


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