अब हड्डी रोग विशेषज्ञ कराएंगे ट्रैफिक नियमों का पालन, बताएंगे कैसे चलाएं वाहन Ranchi News
Traffic Rules Jharkhand News रांची में हड्डी रोग विशेषज्ञ ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूकता अभियान चलाएंगे। एक से सात अगस्त से बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाया जा रहा है। रिम्स में जागरूकता संबंधी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
रांची, जासं। झारखंड ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन एक से सात अगस्त तक बोन एंड ज्वाइंट दिवस मना रहा है। इस दौरान लोगों को स्वस्थ्य रहने को लेकर जागरूक किया जाएगा। साथ ही इस बार का थीम सेव सेल्फ-सेव वन है। इसके माध्यम से यह बताने का प्रयास होगा कि कैसे अपने आप को सुरक्षित रखें और दूसरे को भी सड़क दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखें। एसोसिएशन के सचिव डाॅ. गोविंद कुमार गुप्ता बताते हैं कि सड़क दुर्घटना में सबसे अधिक हड्डी संबंधी केस आते हैं।
अगर लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना मालूम हो और वे नियमानुसार सड़क पर चलें तो कई दुर्घटनाएं कम हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि कोविड के कारण इस बार जुलूस नहीं निकाला जा सकता है, लेकिन एसोसिएशन की ओर से चौक-चौराहों व अन्य माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा। इस बीच लोगों को सीट बेल्ट पहनने, हेलमेट पहनने और ट्रैफिक सिग्नल के बारे में बताया जाएगा। इसके बाद चार अगस्त को बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाया जाएगा। इसमें रिम्स में जागरूकता संबंधी कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकेगा।
सात अगस्त को रिम्स में दूरबीन विधि से सर्जरी पर कार्यशाला
सात अगस्त को रिम्स में निश्शुल्क सर्जरी होगी। यह सर्जरी दूरबीन विधि से होगी। इस दिन खेल इंज्युरी से ग्रस्त, कंधे या घुटने में चोट के मरीजों का इलाज किया जाएगा। रिम्स में आयोजित होने वाले झारखंड ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के सहयोग से मरीज के घुटनों व कंधों की सर्जरी निश्शुल्क होगी। इसे लाइव किया जाएगा, ताकि दूसरे डाॅक्टर इसे देखें व नई तकनीक पर चर्चा कर सकें। डाॅ. ए मंडल और डाॅ. सुभाजित हलदर ने बताया कि रजिस्ट्रेशन निश्शुल्क होगा और मरीजों को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा।
रिम्स के अस्थि रोग विभाग द्वारा झारखंड ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के सहयोग से सात अगस्त को एक दिवसीय आर्थोस्कोपी शल्य चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। रिम्स के ऑर्थोपेडिक सर्जन डाॅ. गोविंद गुप्ता ने बताया कि झारखंड राज्य खेलकूद प्रधान राज्य है। इससे यहां खेल इंज्यूरी से प्रभावित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे मरीज प्राय: जानकारी और उचित चिकित्सा के अभाव में समुचित निदान से वंचित रह जाते हैं। रिम्स के हड्डी रोग विभाग में घुटने व कंधे से संबंधित स्पोर्ट्स इंज्युरी की इलाज 2019 से दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक किया जा रहा है। मरीजों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।