Jharkhand Education: कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों की छात्राओं को कोरोना जांच के बाद घर भेजने का आदेश
Jharkhand Education हाल के दिनों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों तथा अन्य बालिका आवासीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद छात्राओं की कोरोना जांच कराकर उन्हें घर भेजने का आदेश दिया गया है।
रांची,राब्यू। हाल के दिनों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों तथा अन्य बालिका आवासीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद छात्राओं की कोरोना जांच कराकर उन्हें घर भेजने का आदेश दिया गया है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने इसे लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। अगले आदेश तक विद्यालय बंद रहेंगे तथा शिक्षिका एवं कर्मी अपने घरों से ही आनलाइन पठन-पाठन एवं अन्य काम निपटाएंगे।
राज्य परियोजना निदेशक ने पदाधिकारियों को जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सभी छात्राओं, शिक्षिकाओं एवं कर्मियों की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना जांच में यदि कोई छात्राएं, शिक्षिका या कर्मी संक्रमित पाए जाते हैं तथा उनमें कोरोना के लक्षण हैं तो कोविड अस्पताल में उनके इलाज की व्यवस्था कराई जाए। जिन छात्राओं में कोरोना संक्रमित होने के बाद भी इसके लक्षण नहीं दिखाई पड़ते हैं तो उन्हें चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार दवाइयां एवं मेडिकल किट के साथ होम आइसोलेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के साथ घर भेजा जाए।
जो छात्राएं कोरोना संक्रमित नहीं पाई जाती हैं उन्हें भी उनके अभिभावकों के साथ घर भेजने की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित की जाए। राज्य परियोजना निदेशक ने यह भी कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए छात्राओं के पठन-पाठन आनलाइन कराने की जवाबदेही विद्यालय के संबंधित विषयवार शिक्षिकाओं की होगी। विद्यालय बंद रहने के दौरान सभी शिक्षिकाएं आनलाइन माध्यम से छात्राओं के शिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा कक्षा 10 एवं 12 के लिए जारी मॉडल प्रश्नपत्र के अनुसार उनकी उत्तर सामग्री भी सभी छात्राओं को प्रेषित किया जाए ताकि छात्राएं घर पर रहते हुए बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर सकें।
शिक्षिकाएं लगातार छात्राओं के संपर्क में रहेंगी जिससे उन्हें विषयवार मार्गदर्शन प्राप्त होता रहे। उन्होंने विद्यालय बंद रहने के दौरान विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर भी पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। विद्यालय बंद के दौरान सभी शिक्षिका एवं शिक्षकेतर कर्मी अपने अपने घरों में रहेंगे एवं घर से ही ऑनलाइन माध्यम से छात्राओं की पठन-पाठन में मदद करेंगे। आवश्यकतानुसार शिक्षकेतर कर्मी घर से ही विद्यालय के कार्यों को निपटाएंगे।