Move to Jagran APP

झारखंड में भाजपा को वॉकओवर नहीं देंगे विपक्षी दल

झारखंड में भाजपा की चौतरफा घेराबंदी को लेकर विपक्षी महागठबंधन का खाका तैयार है।

By Edited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 06:08 AM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 08:29 AM (IST)
झारखंड में भाजपा को वॉकओवर नहीं देंगे विपक्षी दल
झारखंड में भाजपा को वॉकओवर नहीं देंगे विपक्षी दल

रांची, जेएनएन। झारखंड में भाजपा की चौतरफा घेराबंदी को लेकर विपक्षी महागठबंधन का खाका तैयार है। कवायद इस स्तर पर हो रही कि जो दल जहां मजबूत हैं उन्हें आगे कर राजनीतिक विरोधी से दो-दो हाथ किया जाए। किसी भी हाल में भाजपा को वॉकओवर नहीं मिल पाए। हालांकि इस बाबत हो रही तैयारी पर भाजपा की भी पैनी नजर है। पार्टी का प्रदेश नेतृत्व विपक्षी खेमे में चल रही हर हलचल पर निगाह बनाए हुए है। आलाकमान को भी सारी जानकारी दी जा रही है।

loksabha election banner

इधर कांग्रेस की कोशिश है कि गठबंधन को लेकर साथी दलों में भ्रम नहीं फैले। हाल के दिनों में झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन ने बयान दिया था कि वे गठबंधन कर चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं हैं लेकिन कांग्रेस ने इसपर तत्काल प्रतिक्रिया देने में संयम बरता। बाद में शिबू सोरेन के भी सुर बदल गए। कांग्रेस को इस बात का आभास है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा सरीखे मजबूत क्षेत्रीय दल के बगैर भाजपा से टक्कर लेना आसान नहीं होगा। यही कारण है कि कांग्रेस ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं से भी संपर्क बना रखा है। जल्द ही विपक्षी गठबंधन में शुमार तमाम दलों की बैठक होगी। बैठक बुलाने की औपचारिकता भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्तर से होगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन इसकी पहल करेंगे। वे पूर्व में ही स्पष्ट कर चुके हैं कि गठबंधन को लेकर किसी प्रकार के भ्रम की स्थिति नहीं है। भाजपा को परास्त करने के लिए सारे विपक्षी दल एक मंच पर आएंगे। कुछ ऐसी ही राय झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की भी है। मरांडी लगातार सक्रियता बनाए हुए हैं।

आजसू के रुख पर नजर

राज्य में भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी के रुख पर भी सबकी नजर है। आजसू ने राज्य में भाजपानीत गठबंधन सरकार के कई नीतिगत फैसलों के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद कर रखा है। आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो अपनी सभाओं में राज्य सरकार पर निशाना साधना कभी नहीं भूलते। कयास लगाया जा रहा है कि आजसू पार्टी अपने बूते चुनाव मैदान में जाएगी। हाल ही में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा व आजसू की तल्खी सामने आई थी। सिल्लीसीट पर भाजपा ने जहां आजसू पार्टी को समर्थन दिया वहीं गोमिया में दोनों दलों ने प्रत्याशी उतारे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.