Monsoon 2019: शुरुआती झटके से उबर नहीं पा रहा झारखंड, 28 फीसद धानरोपनी
जुलाई के आखिर मेंं हुई बारिश से धान के आच्छादन की स्थिति में थोड़ा सुधार है। लेकिन जो स्थिति दिखाई दे रही है उससे यह स्पष्ट है कि लक्ष्य 1800 हेक्टेयर के आसपास भी पहुंचना मुश्किल है।
रांची, राज्य ब्यूरो। मानसून के शुरुआती झटके से राज्य के किसान उबर नहीं पा रहे हैं। जून के बाद जुलाई के पहले पखवाड़े हुई कम बारिश का सीधा असर राज्य की मुख्य फसल धान पर पड़ा है। जुलाई बीत चुकी है और धान की रोपनी लक्ष्य के महज 28 फीसद के दायरे में रही। राज्य में एक जून से एक अगस्त 2019 तक 37 फीसद कम वर्षा हुई है। इन दोनों माह में 530 मिमी औसत वर्षा होती है, जिसके सापेक्ष अब तक महज 336 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।
जुलाई के अंतिम सप्ताह मेंं हुई बारिश से धान के आच्छादन की स्थिति में थोड़ा सुधार है। लेकिन, फिलहाल जो स्थिति दिखाई दे रही है, उससे यह स्पष्ट है कि लक्ष्य 1800 हेक्टेयर के आसपास भी पहुंचना मुश्किल है। एक अगस्त तक के कृषि निदेशालय के आंकड़े बता रहे हैं कि अब तक महज 502 हेक्टेयर में धान की रोपनी का कार्य किया गया है, जो कि लक्ष्य के 28 फीसद के करीब है। हालांकि, धान को छोड़ दें तो मक्का व दलहन की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है। मक्का का आच्छादन लक्ष्य के 78 फीसद के करीब पहुंच चुका है, जबकि दलहन का 52 फीसद के करीब है।
इन जिलों में दस फीसद से कम हुआ धान का आच्छादन
खूंटी, गढ़वा, पलामू, हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, धनबाद व बोकारो।
प्रमंडलवार धान के आच्छादन की स्थिति
प्रमंडल - लक्ष्य - कवरेज - प्रतिशत
- द. छोटानागपुर - 567.00 - 129.161 - 22.07
- पलामू - 136.00 - 5.601 - 4.12
- कोल्हान - 396.00 - 201.850 - 50.97
- उ. छोटानागपुर - 336.00 - 26.180 - 7.78
- संताल परगना - 364.500 - 143.985 - 39.50
(नोट : फसल आच्छादन के आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं)
सभी फसलों के आच्छादन का समेकित कवरेज
फसल - लक्ष्य - कवरेज - प्रतिशत
- धान - 1800.00 - 502.777 - 27.93
- मक्का - 312.560 - 244.133 - 78.11
- दलहन - 612.900 - 320.788 - 62.34
- तेलहन - 60.000 - 27.951 - 46.59
- मोटा अनाज - 42.000 - 9.522 - 22.67
कुल - 2827.00 - 1105.171 - 39.10
(नोट : खेती के आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं। एक अगस्त तक की कृषि निदेशालय की रिपोर्ट पर आधारित)
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