एक साल के बच्चे को मां-बाप ने सूटकेस में छोड़ा, फिर भगवान ने ऐसे बचाई उसकी जान; जानें पूरा मामला
रिम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भर्ती शरद का दो बार ऑपरेशन हो चुका है। पेट और सिर में पानी भरने के कारण छह माह से इसका इलाज चल रहा है। अब उसकी आंत में परेशानी है।
रांची, [अमन मिश्रा]। एक वर्ष का था शरद जब मां-बाप ने उसे त्याग दिया था। हो सकता है मां-बाप ने उसका कुछ और नाम रखा होगा। लेकिन शरद पूर्णिमा के दिन वह धनबाद में चाइल्ड हेल्पलाइन के बाहर सूटकेस में पड़ा मिला था। इसलिए उसका नाम शरद रखा गया। चाइल्ड लाइन ने धनबाद के एडॉप्शन सेंटर को उसे सौंप दिया था। उसके बाद से उस बच्चे की देखभाल एडॉप्शन सेंटर के सदस्य कर रहे हैैं। अब शरद की उम्र दो वर्ष हो चुकी है। फिलहाल रिम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में उसका इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार पिछले कई माह से शरद की स्थिति ठीक नहीं है। पेट और सिर में पानी भरने के कारण छह माह पहले से इसका इलाज चल रहा है। दोनों जगह से पानी निकालने के बाद अब उसकी आंत में परेशानी है। इसी का इलाज कराने एडॉप्शन सेंटर धनबाद के सदस्य इसे लेकर रिम्स पहुंचे है।
एडॉप्शन सेंटर में सबसे प्यारा है शरद
रिम्स में शरद की देखभाल कर रही एडॉप्शन सेंटर की सदस्य राखी ने बताया कि जब से यह बच्चा उन्हें मिला है तबसे संस्था के सदस्य सगे बच्चे की तरह इसकी देखभाल कर रहे हैं। पूरे सेंटर में शरद सबसे प्यारा है। सभी उसके साथ देर तक खेलते हैं। शरद भी सभी से काफी प्यार करता है। सभी के साथ मस्ती करता है।
गाना सुनने के बाद शरद को आती है अच्छी नींद
राखी ने बताया कि शरद सिर्फ दो साल का है। लेकिन वह सभी की बातों को भली-भांति सुनता और समझता है। शरद को गाना सुनना काफी पसंद है। उसे नींद भी गाना सुनने के बाद ही आती है।
शरद के आंत की परेशानी को दूर करने में लगे हैं डॉक्टर
पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भर्ती शरद का दो बार ऑपरेशन हो चुका है। इसके बाद भी वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो सका है। सप्ताह भर पहले उसे दोबारा रिम्स में भर्ती किया गया है। धनबाद के किसी अस्पताल में सिर का ऑपरेशन करने के बाद आंत की एक नस दब गई थी। इस वजह से उसकी पाचन शक्ति भी ठीक नहीं है। पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. अभिषेक रंजन ने बताया कि शरद की आंत में परेशानी है। जिसे अभी दवाइयों की मदद से ठीक करने की कोशिश की जा रही है। दवाइयों से यह ठीक नहीं होता है तो इसकी सर्जरी होगी।