रिम्स के जूनियर डाक्टर एसोसिएशन की चेतावनी, झारखंड में मच सकती है कोरोना से तबाही
झारखंड कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहा है। भले ही इस बात की अभी सरकारी घोषणा नहीं हुई है लेकिन हर कोई इसे तीसरी लहर ही पुकार रहा है। जूनियर डाक्टर एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि लोगों ने कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं किया तो तबाही मच जाएगी।
रांची, जागरण संवाददाता। झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या इस समय 21000 के पार पहुंच गई है। यह रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रहा है। यह एक तरह से community spread का रूप धारण कर चुका है। हर घर और मोहल्ले में नए मरीज मिलने लगे हैं। हालांकि, केंद्र या राज्य सरकार ने अभी तक इसको तीसरी लहर नहीं माना है, लेकिन लोग इसे तीसरी लहर ही मान रहे हैं। सबकी जुबान पर कोरोना की तीसरी लहर शब्द सुनाई दे रहा है। ऐसा लगता है कि आनेवाले चंद दिनों में इसकी आधिकारिक घोषणा भी हो सकती है।
संक्रमण दर इस समय काफी ज़्यादा
उधर, रांची रिम्स के जूनियर डाक्टर एसोसिएशन (Junior Doctor Association) ने कहा है कि कोरोना के इस तीसरी लहर में मृत्यु दर पिछले वैरिएंट के तुलना में काफी कम है, लेकिन यह भी सत्य है कि इसका संक्रमण दर इस समय काफी ज़्यादा है। इस तीसरी लहर में केवल 1 से 2 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है।
दूसरी लहर में हमने अपनों को मरते देखा है
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन (Junior Doctor Association) के अध्यक्ष और डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोसर्जरी के डा विकास ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पिछले दो वर्षों से हम और हमारा देश कोरोना की भयावहता से जूझ रहा है। इसी साल कोरोना की दूसरी लहर से हमने अपनों को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा है। वह मंजर याद कर अब भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
गाइडलाइन का पालन इस समय बेहद जरूरी
अस्पतालों में संसाधनों को कम पड़ते हुए भी देखा है। अब कोरोना की तीसरी लहर फिर से दस्तक दे चुकी है। कहीं ऐसा ना हो कि हमारी लापरवाही एक बार फिर इस बीमारी को भयावह रूप लेने में सहायक साबित कर दे। इसलिए गाइड लाइन का पालन इस समय बेहद जरूरी हो गया है।
मरीजों की बढ़ती संख्या चिंंता का विषय
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन (Junior Doctor Association) के अध्यक्ष डा विकास कहते हैं कि जिस तेजी से कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं, उससे अस्पतालों की क्षमता प्रभावित हो सकती है। अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी की नौबत आ सकती है। आक्सीजन और अन्य सुविधाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या चिंंता का विषय है।
लापरवाही घातक साबित हो सकती है
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन (Junior Doctor Association) के अध्यक्ष डा विकास कहते हैं कि यह सभी के लिए जरूरी है कि खुद को कोरोना से सुरक्षित रखें। संक्रमण से बचाव के लिए हर उपाय अपनाने की जरूरत है। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है। हर व्यक्ति को टीका लगवाने की जरूरत है। लापरवाही घातक साबित हो सकती है। जानलेवा साबित हो सकती है।