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अब वक्तसिर्फ सपने देखने का नहीं, उसे पूरा करने का है

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्थापना दिवस के मौके राज्य की जनता को दिया संदेश। जोहार, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर शत-शत नमन। आज झार

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 06:01 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 06:01 AM (IST)
अब वक्तसिर्फ सपने देखने का नहीं, उसे पूरा करने का है
अब वक्तसिर्फ सपने देखने का नहीं, उसे पूरा करने का है

रघुवर दास

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मुख्यमंत्री, झारखंड जोहार, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर शत-शत नमन। आज झारखंड राज्य स्थापना दिवस है। झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता को मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई। झारखंड आज 18 साल पूरे कर रहा है। इसका अर्थ है, आज झारखंड युवा हो गया है।

इस युवा के सपने अब साकार हो रहे हैं। युवा बनने के पहले इस झारखंड ने अनेक परेशानिया झेलीं। उन परेशानियों से यह झारखंड अब उबर चुका है और देश-दुनिया में नाम कमाने के लिए यह युवा झारखंड तैयार बैठा है। यह ऐसे ही नहीं हुआ। चार साल में आपने जो साथ दिया, यह उसका फल है। हम सभी के संयुक्तप्रयास का नतीजा है।

झारखंड हम सभी का है और इसे मजबूत बनाना हम सभी का दायित्व है। चार साल पहले आपने मुझे बड़ी जिम्मेवारी सौंपी थी। उसी दिन हमने यह संकल्प संकल्प लिया था कि भगवान बिरसा के सपने का झारखंड बनाएंगे। आज खुशी है कि आप सभी के सहयोग से हमारा यह सपना पूरा होता दिख रहा है। एक मजबूत झारखंड दिख रहा है। कई क्षेत्रों में देश में झारखंड का अव्वल आना इसका उदाहरण है। आज यहा की महिलाओं के चेहरे पर रौनक है, युवाओं के हाथ में रोजगार-स्वरोजगार है, राज्य में बेहतरीन शैक्षणिक संस्थाएं आ रही हैं, उद्योग लग रहे हैं, कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है, एम्स और कैंसर अस्पताल बन रहे हैं, स्कूलों में बच्चों को अब जमीन पर बैठना नहीं पड़ता है, लगभग हर स्कूल में बेंच-डेस्क और बिजली है।

महिलाएं एक रुपये में रजिस्ट्री करा रही हैं, बिजली की स्थिति काफी अच्छी हुई है, राज्य में बेहतरीन सड़कें हैं, सड़कें चौड़ी हो गई हैं, नए-नए पुल बन गए हैं, जाम से मुक्तिके लिए राज्य में कई फ्लाइओवर बन रहे हैं, किसानों के लिए पानी की व्यवस्था की गई, नक्सलवाद पर अंकुश लगा है। इन चीजों को बताने की जरूरत नहीं है, आप इस बदलाव को हर दिन महसूस कर रहे हैं, देख रहे हैं।

चार साल पहले के झारखंड को याद कर लें, बदलाव को समझने में देर नहीं लगेगी। संभव है कुछ लोग आलोचना भी करते होंगे, लेकिन यही तो लोकतंत्र की ताकत है। स्वस्थ आलोचना का हमने हमेशा स्वागत किया है। मिल-बैठ कर हर समस्या का समाधान खोजने में हम विश्वास करते हैं।

ऐसी बात नहीं है कि ऐसे ही बदलाव हो गए या हो रहे हैं। मैंने एक ही संकल्प लिया कि जनता ने मौका दिया है तो उनकी सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मैंने और मेरे साथियों ने, मेरे अधिकारियों ने, मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने, संगठन ने जुनून दिखा कर काम किया। 16-18 घटे औसतन काम करने में भी पीछे नहीं रहे। यह नहीं देखा कि इस कठिन श्रम का शरीर पर क्या असर पड़ रहा है। इस तपस्या का फल जब दिख रहा है तो अंदर से खुशी होती है।

मैं पिछले 14 साल पर बहुत बोलना नहीं चाहता। सिर्फ पोजिटिव सोच के तहत काम कर रहा हूं। मेरे आदिवासी भाई-बहन देख रहे हैं कि किस सरकार ने उनका भला किया। सिर्फ बजट की राशि को देख लें, तो सच सामने आ जाएगा। आदिवासी युवाओं को पढ़ाई के लिए अब भटकना नहीं पड़ता है। कमजोर वर्ग के लोगों के साथ सरकार खड़ी है। किसानों ने उत्पादन में रिकॉर्ड बनाया है। सरकार उन्हें विदेश भेज कर ऐसा प्रशिक्षित कर रही है कि उनका उत्पादन दोगुना हो। बाकी सुविधाएं तो सरकार दे ही रही है। हा, हमने यह जरूर ध्यान रखा कि जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा कोई खा नहीं जाए। मेरा आशय भ्रष्टाचार से है। इस पर अंकुश लगा है।

कहीं कोई अधिकारी गड़बड़ करता है तो हल्की कार्रवाई नहीं होती है, उनकी नौकरी तक जाती है, जेल में उनके लिए जगह रहती है। अच्छा काम करनेवालों को सरकार पुरस्कृत करती है। इतनी तेजी से अगर झारखंड आगे बढ़ रहा है तो उसके पीछे केंद्र सरकार का सहयोग भी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का झारखंड के प्रति गहरा लगाव है। समय-समय पर यहा के लोगों से उन्होंने खुद बात की, दिशा निर्देश दिया है। आज झारखंड और देश के अन्य हिस्सों में ट्राइबल म्यूजियम बन रहा है तो इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी का आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति आस्था-प्रेम है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में मेरी सरकार टीम वर्क के साथ विकास की रफ्तार को तेज करने में दिन-रात जुटी हुई है।

2014 में झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता ने जिस आत्मविश्वास के साथ भाजपा की सरकार को चुना था, पिछले लगभग चार साल से हम उस विश्वास पर खरे उतरने की कोशिश में जुटे हैं। हमारी सरकार ने सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने का बीड़ा उठाया।

सड़क, बिजली, पीने का पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई सहित लगभग हर सेक्टर में काम प्रारंभ किया गया है, जिसका असर दिखने भी लगा है। राजनीतिक अस्थिरता के कारण झारखंड 14 वर्षो में विकास की राह से भटक गया था। लगभग चार साल में हमारी सरकार ने 32 लाख से ज्यादा रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए, जो अपने आप में रिकॉर्ड है।

12 जनवरी 2019 तक एक लाख और लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। हमारा झारखंड अमीर है, लेकिन यहा की गोद में गरीबी है। हमने गरीबी को ध्यान में रखकर हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाई, जिससे कोई वर्ग अपने आपको उपेक्षित महसूस न कर सके।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए सरकार ने कई कदम उठाए। आज राज्य के किसी गरीब को देशभर में कहीं भी इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर हर गरीब का पाच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा करवाया है। देवघर में एम्स बन रहा है, जो संताल क्षेत्र के लिए संजीवनी साबित होगा तो राची में कैंसर अस्पताल की नींव पड़ चुकी है। झारखंड में डॉक्टरों की कमी हमेशा से रही है।

आजादी के बाद 67 साल में सिर्फ तीन मेडिकल कॉलेज थे। हमारी सरकार छह और मेडिकल कॉलेज खोल रही है। आज स्थापना दिवस के अवसर पर मैं अपनी रानी मिस्त्री बहनों और जल सहिया का विशेष तौर पर जिक्र करना चाहूंगा जिनकी बदौलत आज पूरा झारखंड खुले में शौच से मुक्त यानी ओडीएफ होने जा रहा है। पिछले चार साल में हमने राज्य के किसानों को पानी उपलब्ध कराया और आज राज्य में नहरों से 3,18,613 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो रही है। अब हम किसानों को इजरायल से ट्रेनिंग दिलवाकर कम पानी में ड्रिप इरिगेशन की तकनीक सिखा रहे हैं, जिससे कम से कम पानी में पैदावार हो सके।

नई तकनीक सीख कर आज झारखंड के किसान भाइयों ने इतिहास रचा है। आज झारखंड का कुल कृषि उत्पादन 67.61 लाख टन हो गया है।

शिक्षा के क्षेत्र में भी हमारा झारखंड पिछड़ा था। आज राज्य का कोई ऐसा स्कूल नहीं है, जहा बच्चों के लिए बेंच डेस्क न हो, बिजली न हो। चाहे तकनीकी शिक्षा हो या उच्च शिक्षा सरकार ने हर क्षेत्र को मजबूत करने की कोशिश की। हमारे युवा बहुत मेहनती हैं, उन्हें सिर्फ ट्रेंनिग देने की जरूरत थी।

इसी को पूरा करने के लिए सरकार ने 32 नए आइटीआइ और 14 पॉलीटेक्निक कॉलेज खुलवाए, जिससे हमारे वो हुनरमंद बन सकें, आज ट्रेनिंग लेकर वो देश विदेश में अच्छी नौकरिया पा रहे हैं।

कई और बड़े काम सामने हैं। पतरातू का पावर प्लाट और सिंदरी का खाद कारखाना बड़ी उपलब्धि है। मैं ये नहीं कहता कि पिछले चार साल में हमने वो सबकुछ हासिल कर लिया, जिसकी झारखंड को जरूरत थी, लेकिन मैं दावे के साथ जरूर कह सकता हूं कि हमारी सरकार ने विकास की ऐसी नींव रखी है, जिसपर आने वाले दिनों में हम झारखंड की बुलंद इमारत तैयार करेंगे और मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम ये काम मिल कर आपके सहयोग से करेंगे और झारखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाकर दम लेंगे।


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