अब कॉमन इंट्रेंस टेस्ट से होगा बीएड में नामांकन
बीएड कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम में दाखिला अब कॉमन इंट्रेंस टेस्ट से होगा।
नीरज अम्बष्ठ, रांची। झारखंड के सरकारी, सहायता प्राप्त, स्वपोषित तथा निजी बीएड कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम में दाखिला अब कॉमन इंट्रेंस टेस्ट से होगा। झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीईसीईबी) द्वारा यह कॉमन इंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाएगा। पर्षद इस टेस्ट के बाद काउंसिलिंग आयोजित करेगा। अभी तक इस पाठ्यक्रम में दाखिला छात्र-छात्राओं के एकेडमिक अंकों के आधार पर मेरिट सूची बनाकर होता था।
निजी बीएड कॉलेजों पर अंकुश लगाने तथा नामांकन के लिए कॉमन प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाए गए बीएड कोर्स के लिए अध्यादेश (नामांकन, शुल्क निर्धारण) पर राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति के बाद उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी। इसके तहत नामांकन में झारखंड की आरक्षण नीति लागू होगी। आरक्षण के अनुसार सीटें नहीं भरती हैं तो राज्य सरकार के नियम के अनुसार सीटें दूसरे छात्रों को दी जा सकेंगी। कॉलेजों को 85 फीसद सीटों पर झारखंड के विश्वविद्यालयों से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का नामांकन लेना होगा।
शेष 15 फीसद सीटों पर खुला नामांकन होगा। कॉलेजों द्वारा लिए जानेवाले शुल्क का निर्धारण एक शुल्क निर्धारण कमेटी द्वारा किया जाएगा यह भी तय हुआ है कि कॉमन इंट्रेंस टेस्ट के लिए परीक्षा शुल्क का निर्धारण झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता द्वारा किया जाएगा। नामांकन के लिए कॉलेजों द्वारा पर्षद को मांगपत्र देने के अलावा काउंसिलिंग और नामांकन की अंतिम समय सीमा भी तय कर दी गई है। काउंसिलिंग सेंट्रलाइज होगी।
कुल सीटों से दोगुने छात्र बुलाए जाएंगे
काउंसिलिंग मेंकॉमन इंट्रेंस टेस्ट में शामिल अभ्यर्थियों में कुल उपलब्ध सीटों के दोगुने संख्या में अभ्यर्थी काउंसिलिंग में बुलाए जाएंगे। दो अभ्यर्थियों के प्राप्तांक टाई होने पर स्नातक के अंक, एनसीसी सर्टिफिकेट तथा जन्म तिथि के आधार पर मेरिट का निर्धारण किया जाएगा।
50 फीसद अंक के साथ स्नातक अनिवार्य
इस कॉमन इंट्रेंस टेस्ट में शामिल होने के लिए न्यूनतम 50 फीसद अंक के साथ स्नातक या न्यूनतम 55 फीसद अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। अभ्यर्थी केवल एक विषय का चयन कर सकेंगे, जिसमें उन्होंने स्नातक या स्नातकोत्तर किया है। जिस साल अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण हुए हैं उसी साल कॉमन इंट्रेंस टेस्ट में शामिल होने की अनिवार्यता नहीं है।
परीक्षा में निगेटिव मार्किंग
कॉमन इंट्रेंस टेस्ट एक पत्र का होगा जिसमें तीन विषय समाहित होंगे। कुल सौ अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक सही प्रश्न पर एक अंक मिलेगा जबकि एक गलत उत्तर पर 0.25 फीसद अंक काटे जाएंगे। 15 प्रश्न हिन्दी, 15 प्रश्न अंग्रेजी भाषा, 40 प्रश्न शिक्षण योग्यता तथा 30 प्रश्न रिजनिंग एबिलिटी से होंगे।