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थाना से सात किमी दूर है लोकेश का घर, फिर भी सात दिनों बाद पहुंचा इश्तेहार

रांची/तुपुदाना आरा अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी और उसके सहयोगी एमके सिंह के घर पर कुर्की-जब्ती का इश्तेहार चिपकाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 01:57 AM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 01:57 AM (IST)
थाना से सात किमी दूर है लोकेश का घर, फिर भी सात दिनों बाद पहुंचा इश्तेहार
थाना से सात किमी दूर है लोकेश का घर, फिर भी सात दिनों बाद पहुंचा इश्तेहार

जागरण संवाददाता, रांची/तुपुदाना, आरा : अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले के मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी को पुलिस की ओर से पूरा मौका मिल रहा है। पुलिस ने बीते 19 मार्च को ही लोकेश चौधरी के घर चिपकाने के लिए कोर्ट से इश्तेहार निकाल रखा है। लेकिन अरगोड़ा पुलिस को इश्तेहार चिपकाने में सात दिन लग गए। जबकि थाने से कचनारटोली स्थित वसुंधरा ऑर्किड अपार्टमेंट स्थित लोकेश का घर महज सात किलोमीटर की दूरी पर है। फिर भी इश्तेहार लेकर पहुंचने में पुलिस को सात दिन लग गए।

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सोमवार को पुलिस ने लोकेश के फ्लैट नंबर 201 बी ब्लॉक पर इश्तेहार चिपका दिया, लेकिन अब कुर्की की कार्रवाई कब होती है यह कोई नहीं बता सकता। फिलहाल अपार्टमेंट के मुख्य द्वार, सीढ़ी और फ्लैट के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दिया गया है। इधर, लोकेश के साथ फरार एमके सिंह के डोरंडा शुक्ला कॉलोनी स्थित श्रीवेणी अपार्टमेट के तीसरे तल्ले पर स्थित फ्लैट पर भी इश्तेहार चिपकाया गया।

बताया जा रहा है कि लोकेश की पुलिस की पूरी गतिविधियों पर नजर है। कभी सरेंडर करने की तैयारी करता, कभी थम जाता। इस बीच पुलिस की ओर से भी पूरा मौका मिल जा रहा। नतीजतन घटना के 20 दिनों बाद भी लोकेश और उसका दोस्त एमके सिंह फरार है। हत्या में इस्तेमाल दूसरा हथियार भोजपुर के मझिआंव से बरामद : लोकेश के दोनों अंगरक्षक सुनील सिंह और धर्मेद्र तिवारी को चार दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया है। तीसरे दिन पुलिस धर्मेद्र तिवारी को लेकर उसके पैतृक गांव बिहार के भोजपुर के मझिआंव पहुंची। उसकी निशानदेही पर मझिआंव इलाके से प्वांइट 315 बोर की बंदूक और बलेनो कार बरामद कर ली गई है। भोजपुर के चरपोखरी थानान्तर्गत मझिआव गाव निवासी बैजनाथ तिवारी के घर से यह बरामदगी की गई। छापेमारी का नेतृत्व कर रहे पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद ने बताया कि बरामद रायफल रेगुलर है। धर्मेद्र तिवारी हत्या के बाद कार से भाग कर गाव आया था। उक्त कार व रायफल की बरामदगी को लेकर सोमवार को पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद एवं राची पुलिस इंस्पेक्टर दयानंद कुमार ने छापेमारी की। आरोपी के घर से लाल रंग की बलेनो कार एवं एक राइफल बरामद की। राइफल लाइसेंसी है। राची पुलिस जब्त गाड़ी एवं राइफल साथ ले गई है।

पुलिस की टीम मझिआंव में ही है। धर्मेद्र तिवारी के ठिकाने सहित लोकेश के ठिकाने पर भी छापेमारी चल रही है। जो हथियार बरामद किया गया है उसी से रांची में अग्रवाल बंधुओं की हत्या की गई थी। पुलिस संबंधित हथियार की फॉरेंसिक जांच भी कराएगी। सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर व 19 राउंड गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई थी। डबल मर्डर के मामले में अबतक तीन लोग जेल जा चुके हैं।


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