Petrol Diesel Price: लगातार तेजी के बाद आज स्थिर हुआ पेट्रोल-डीजल का दाम, टैक्स कम हो तो जनता को मिले राहत
Petrol Diesel Price Jharkhand News अभी एक लीटर पेट्रोल की कीमत पर केंद्रीय कर 32.98 रुपये है जबकि एक लीटर डीजल की कीमत पर केंद्र सरकार के द्वारा 31.83 रुपये कर के रूप में वसूला जा रहा है।
रांची, जासं। लोगों पर महंगाई की मार लगातार जारी है। हालांकि सोमवार को लोगों को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से थोड़ी राहत मिलेगी। सोमवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। सोमवार को रांची में एक लीटर पेट्रोल के लिए आम जनता को 100.25 रुपये देना पड़ेगा। वहीं एक लीटर डीजल के लिए 99.80 रुपये चुकाना पड़ेगा। वहीं रविवार को रांची में पेट्रोल की कीमत शतक के पार पहुंच गई। पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई।
वहीं डीजल के दाम में 36 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई। इसके बाद राज्य में पेट्रोल की कीमत शतक पार और डीजल शतक के करीब पहुंच गई। यह झारखंड में पेट्रोल-डीजल की सबसे ज्यादा कीमत है। वर्तमान में एक लीटर पेट्रोल की कीमत पर केंद्रीय कर 32.98 रुपये है, जबकि एक लीटर डीजल की कीमत पर केंद्र सरकार के द्वारा 31.83 रुपये कर के रूप में वसूला जा रहा है। राज्य में पेट्रोल के बेस प्राइस केंद्रीय कर के साथ 78.06 रुपये है।
इसमें एक रुपये का सेस लगने के बाद इसकी कीमत झारखंड में कीमत 79.06 रुपये हो जाती है। इसके बाद इसमें राज्य सरकार के द्वारा 22 प्रतिशत का वैट वसूला जाता है। यह लगभग 17.40 पैसे के आसपास है। वहीं एक लीटर डीजल का बेसिक प्राइस केंद्रीय कर के साथ 78.66 रुपये है। इस पर भी राज्य सरकार के द्वारा एक रुपये का सेस वसूला जाता है। इसके बाद कीमत 79.66 रुपये प्रति लीटर पहुंच जाती है।
इसके बाद राज्य इस पर 22 प्रतिशत का वैट लगाया जाता है। यह लगभग 17.52 रुपये के आसपास होता है। इससे डीलरों को झारखंड में टैक्स के साथ डीजल का बेसिक प्राइस 97.18 रुपये प्रति लीटर पर मिलता है। बड़ी बात यह है कि डीजल की कीमत भले कम हो, मगर इस पर डीलरों का मुनाफा कम होता है, क्योंकि इसका बेस प्राइस पेट्रोल से ज्यादा है।
क्या है पेट्रोल-डीजल पर टैक्स का फार्मूला
झारखंड में पेट्रोल केंद्रीय कर के बाद के बेस प्राइस पर 1 रुपया सेस+ 17 रुपया या 22 प्रतिशत, दोनों में जो अधिक होगा।
झारखंड में डीजल के केंद्रीय कर के बाद बेस प्राइस पर 1 रुपया सेस+ 12.50 या 22 प्रतिशत दोनों में जो अधिक होगा।