रांची एयरपोर्ट पर आगंतुकों की नहीं हो रही इंट्री
रांची रांची एयरपोर्ट पर अब लॉबी में आंगतुक नहीं प्रंवेश कर रहे। सुरक्षा को देखते हुए यह एहतियाती कदम उठाया गया है।
जागरण संवादाता,रांची : रांची एयरपोर्ट पर अब लॉबी में आंगतुक नहीं प्रंवेश कर रहे। सुरक्षा को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह आदेश दिया है। तीन मार्च को यह आदेश निकाला गया था। जब तक कोई नया आदेश नहीं आ जाता तब तक आंगतुकों के लिए इसे पालन करना होगा।
मंगलवार को भी इस आदेश का असर देखने को मिला। यात्रियों के साथ आए परिवार के लोग लॉबी में नहीं बैठ पाए। इसके चलते परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट अथॉरिटी की मानें तो देश के सभी एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं। टर्मिनल मैनेजर मनोज प्रसाद सिंह ने बताया कि रांची एयरपोर्ट पर आगंतुकों को एयरपोर्ट लॉबी में बैठे जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
रांची एयरपोर्ट के पास के 12 गावों की बदलेगी तकदीर : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची के आसपास के 12 गाव विकसित होंगे। इसे लेकर यूएनडीपी और जिला प्रशासन के बीच मंगलवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। जिन गांवों का चयन किया गया है उनमें हुंडरू, छोटा घाघरा, हेथु, चंदगासी, चुरू लोधमा, करमटोली, कचेचोली, लटमा, नारिगुट्टू, खिजरी, पोखरटोली एवं टोम्बागट्टू शामिल हैं। एमओयू के बाद उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि छह करोड़ 18 लाख की परियोजना को तीन वषरें में लागू किया जाएगा। सीएसआर के तहत एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ये राशि दी है। इस राशि से इन गांवों का सामाजिक-आर्थिक विकास किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि इन गांवों के विकास में यूएनडीपी की बड़ी भूमिका होगी। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार ही नहीं आपदा प्रबंधन में भी बड़े स्तर पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट का संचालन किया जाएगा। युवाओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। स्वच्छ भारत मिशन के तहत भी काम होगा। आपदा से निपटने के लिए गांवों में सामुदायिक कार्यबल बनाया जाएगा। मौके पर यूएनडीपी का प्रतिनिधित्व मनीष मोहनदास, परियोजना पदाधिकारी, रेसीलेंस, शुभम टंडन मौजूद रहे।