रांची के 90 फीसद एटीएम पर टंगा नो कैश का बोर्ड
शहर के तमाम एटीएम की स्थिति कंगालों सी हो गई है और लोग करेंसी के लिए भटक रहे हैं।
रांची [ सौरभ सुमन]। क्या आप भी एटीएम में रुपये नहीं रहने से परेशान हैं? अगर हां, तो आपकी समस्या का समाधान तत्काल नहीं होने वाला है। आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ सकती है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की ओर से पिछले 10 दिनों से झारखंड के करेंसी चेस्ट को एक भी रुपया नहीं दिया गया।
आलम यह है एसबीआइ के रांची और जमशेदपुर के करेंसी चेस्ट पूरी तरह से खाली हो चुके हैं। असर सीधे तौर से आम लोगों पर पड़ा है। एटीएम सूखे पड़े हैं और बैंकों के पास एटीएम में पैसे डालने को करेंसी नहीं है। राजधानी में 240 से भी अधिक एटीएम है। सबसे अधिक संख्या एसबीआइ के एटीएम की है। लगभग सभी बैंकों के 90 प्रतिशत एटीएम के शटर बंद कर दिए गए हैं या नो कैश के बोर्ड टांग दिए गए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) के आंकड़ों की मानें तो सबसे बुरी स्थिति रांची और जमशेदपुर में है। एसबीआइ को दोनों स्थानों के लिए कम से कम रोजाना 10-12 करोड़ रुपये की जरूरत है। जबकि आरबीआइ की ओर से नोटों की सप्लाई पूरी तरह से बंद है। फिलहाल जो भी रुपये एटीएम में डाले जा रहे हैं वह ग्राहकों की ओर से जमा कराए गए पैसे हैं।
पिछले 10 दिनों से आरबीआइ की ओर से करेंसी की सप्लाई नहीं हुई है। एसबीआइ को हर दिन रांची और जमशेदपुर को एटीएम को चालू रखने के लिए 10 से 12 करोड़ रुपये की जरूरत होती है। करेंसी सप्लाई प्रभावित होने के कारण हम आखिर कैसे एटीएम को संचालित करें। ग्राहकों के पैसे भी महज 20 प्रतिशत ही वापस बैंकों में पहुंच पा रहे हैं। आने वाले दिनों में समस्या बढ़ सकती है। शुक्रवार को आरबीआइ पटना को पत्र लिखा जाएगा।
डीके पंडा, डीजीएम, एसबीआइ
दिए जाते हैं 500 करोड़ रुपये नहीं मिला एक लाख भी:
सामान्य तौर पर राजधानी रांची के करेंसी चेस्ट को आरबीआइ की ओर से हर दस दिन पर करीब पांच सौ करोड़ रुपये दिए जाते हैं लेकिन पिछले एक महीने से आरबीआइ की ओर से मांग के अनुरूप रुपये नहीं दिए जा रहे हैं। पिछले 10 दिनों से एक रुपया भी नहीं दिया गया। समस्या का हल कब होगा यह न बैंक बताने की स्थिति में है और न ही आरबीआइ रांची के पास इसकी कोई जानकारी है। करेंसी की सप्लाई मुंबई से ही पूरी तरह से ठप पड़ी है। अधिकतर बैंक एटीएम में करेंसी लोड करने के बदले बैंक में आने वाले अपने खाताधारकों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे शहर के तमाम एटीएम की स्थिति कंगालों सी हो गई है और लोग करेंसी के लिए भटक रहे हैं।
आने वाले दिनों में बढ़ सकती परेशानी:
रांची और जमशेदपुर के करेंसी चेस्ट खाली हो चुके हैं। फिलहाल खाताधारकों से मिलने वाली करेंसी से काम चल रहा है। बैंक के जानकार सूत्रों के अनुसार अगर जल्द आरबीआइ करेंसी उपलब्ध नहीं कराता है तो आने वाले दिनों में राजधानी में करेंसी से होने वाली परेशानी और बढ़ सकती है।
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