Nitish Kumar JDU: नीतीश कुमार से प्रभावित दर्जनों युवा जदयू में शामिल... संगठन की ताकत बनेंगे
Nitish Kumar JDU बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार की नीति सिद्धांत कार्य शैली और नेतृत्व क्षमता से प्रभावित होकर सोमवार को यहां दर्जनों युवाओं ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की। जदयू में शामिल होने वालों में भाजपा युवा मोर्चा के मयंक सिंह प्रमुख हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Nitish Kumar JDU विभिन्न दलों से जुड़े युवाओं ने सोमवार को जदयू की सदस्यता ग्रहण की। विधानसभा के पुराने भवन स्थित सभागार में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रदेश प्रभारी प्रवीण सिंह व प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो की उपस्थिति में भाजपा युवा मोर्चा के बोकारो जिला के पूर्व अध्यक्ष मयंक सिंह, लोहरदगा के भंडरा प्रखंड की प्रमुख अनिता मिंज, उप प्रमुख ईश्वरी मोहन शर्मा तथा झावियुमो में रहे राजेश साहू के नेतृत्व में इन कार्यकर्ताओं ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रवीण सिंह ने कहा कि जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार की नीति सिद्धांत, कार्य शैली और नेतृत्व क्षमता से लोग प्रभावित होकर जदयू में शामिल हो रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने कहा कि संगठन को मजबूत बनाने हेतु पार्टी के हर विंग के साथ सामंजस्य बनाना होगा। इस मौके पर संजय सहाय, जफर कमाल आदि उपस्थित थे।
भाजपा ने कहा, राज्य में महिलाएं असुरक्षित
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने गुमला जिले के गुरदरी बिशुनपुर की घटना को शर्मनाक बताते हुए सोमवार को गुमला कोर्ट परिसर में बच्चियों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भाजपा पीड़िता एवं उनके परिवार वाले के साथ खड़ी है। राज्य में लगातार महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहा है। सरकार मूकदर्शक बनकर देख रही है। विधि व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर उच्च स्तर के पदाधिकारी से बात कर बच्चियों का 164 का बयान दर्ज कराया गया है।
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि इस केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई हो एवं जल्द जल्द अपराधियों को सजा मिले ताकि बच्चियों को न्याय मिल सके। पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नही है इसलिए पीड़ित परिवार को मुआवजा एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदेश मंत्री मुनेश्वर साहू, अशोक बड़ाईक, एसटी मोर्चा अध्यक्ष शिवशंकर उरांव शामिल थे।
पुल-पुलिया और सड़कों का बनेगा डेटाबेस
झारखंड गठन के बाद से अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में कितने पुल-पुलिया और सड़कें बनी हैं। उन पर व्यय कितना हुआ और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है, इसका ब्योरा सरकारी फाइलों में तो कहीं न कहीं दर्ज है लेकिन कोई अपडेट, डेटाबेस नहीं है। ग्रामीण कार्य विभाग ने अब इसका डेटा बेस तैयार करने की पहल की है। वर्ष 2000-01 से अब तक बने इन पुल पुलिया का रिकार्ड तैयार कर उसे विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा ताकि एक क्लिक पर किसी भी गांव, पंचायत के विकास की हकीकत जानी जा सके।
ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव मनीष रंजन ने इस बाबत सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा है और इसके लिए एक माह की मियाद तय की है। यह निर्देश मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गत 21 जून को हुई बैठक के निर्देश के आलोक में दिया गया है। प्रेषित पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि एक माह के अंदर वित्तीय वर्ष 2000-01 से अब तक निर्मित सभी पुलों और ग्रामीण पथों से संबंधित योजनाएं जो भौतिक व वित्तीय रूप से पूर्ण हैं तथा चालू सभी योजनाओं का डेटा, स्कीम मैनेजमेंट सिस्टम साफ्टवेयर में दर्ज किया जाए।
डेटा त्रुटिरहित होना चाहिए, इस पर विशेष जोर दिया गया है। सभी विभागीय मुख्य अभियंताओं की जवाबदेही तय की गई है कि वे अपनी देखरेख में इस कार्य को पूर्ण कराएंगे। आवश्यकता होने पर एक माह के लिए अतिरिक्त कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवाएं ली जा सकेंगी। विभागीय सचिव की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि इससे किसी भी गांव के सड़क एवं पुल की स्थिति का पता चल सकेगा कि वहां कब सड़क या पुल का निर्माण हुआ और कब उसकी मरम्म्त हुई थी। इससे प्रत्येक वित्तीय वर्ष में योजनाओं के चयन में सुविधा होगी।