New Year 2020: नए साल पर मंदिरों में उमड़ी भीड़, पार्क रहे खाली
New Year 2020 हजारों लोगों ने पूजा-अर्चना कर नए साल की शुरुआत की। 40 हजार श्रद्धालुओं ने पहाड़ी बाबा का जलाभिषेक किया।
रांची, जासं। New Year 2020 साल 2020 के पहले दिन शहर के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पहाड़ी मंदिर, जगन्नाथपुर मंदिर, हिनू हनुमान मंदिर, सेक्टर तीन दुर्गा मंदिर, मेन रोड काली मंदिर व हनुमान मंदिर, कांके रोड राम मंदिर, चुटिया श्रीराम मंदिर, तपोवन मंदिर, रिम्स दुर्गा मंदिर, रानी सती मंदिर, अग्रसेन पथ श्रीश्याम मंदिर, हरमू रोड श्रीराम मंदिर सहित शहर के अधिकतर मंदिरों में सुबह से ही लोगों की लंबी कतारें लग गई। वहीं सुबह से हो रही बारिश के कारण शहर के अधिकतर पार्को में लोगों की भीड़ बहुत ही कम रही। कई पार्क तो खाली ही रहे। कांके, हटिया, रुक्का एवं पतरातू डैम पर भी अपेक्षानुरूप लोग नहीं पहुंचे। इससे छोटे-छोटे दुकानदारों को भी काफी नुकसान हुआ।
बुधवार को सबसे ज्यादा भीड़ पहाड़ी मंदिर में रही। अहले सुबह 3.30 बजे प्रथम पूजा आरंभ हुई। बाबा का दूध, गंगाजल, मधु, दही, गन्ना रस आदि से रुद्राभिषेक किया गया। आरती उतारी गई। चार बजे मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। सुबह पांच बजते-बजते मंदिर परिसर पहाड़ी बाबा के जयकारों से गूंजने लगी। दोपहर तीन बजे तक श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। देर शाम तक करीब 40 हजार श्रद्धालुओं ने पहाड़ी बाबा का अभिषेक किया। संध्या साढ़े सात बजे विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद महाआरती हुई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। बुजूर्गों व दिव्यांगों की सुविधा के लिए शीघ्र दर्शन की सुविधा प्रारंभ की गई थी।
बाबा को लगाया गया खिचड़ी का भोग
पहाड़ी मंदिर विकास समिति की ओर से पहाड़ी बाबा को खिचड़ी भोग लगाया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी मनोज मिश्रा के अनुसार करीब एक सौ किलो चावल, दाल, सब्जी से भोग तैयार किया गया। दोपहर बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण आरंभ हुआ। शाम पांच बजे तक हजारों लोगों के बीच प्रसाद बांटे गए।
अंग्रेजी नववर्ष पर बालाजी का हुआ विशेष अभिषेक
रातू रोड वेंकटेश मंदिर में गुरुवार को बालाजी का विशेष अनुष्ठान हुए। प्रात: काल महाभिषेक के साथ अनुष्ठान आरंभ हुआ। विष्णु रूप भगवान बालाजी का विश्वरूप दर्शन कराया गया। तिरूआराधना की गई। इसके बाद दूध, दही, हल्दी, चंदन, शहद, गंगाजल एवं नारियल पानी से कलशधारा, चक्रधारा, शंखधारा अभिषेक किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीभगवान दंपत्ति को नये वस्त्र पहनाये गए। सुगंधित पुष्पों से शृंगार किया गया। सात चक्रों में नक्षत्र व कुंभ आरती उतारी गई। भगवान को पोंगल, खीर, चटनी, फल, मेवे का भोग लगाया गया। चतुर्मास महोत्सव के 16वें दिन तिरूप्पावै श्लको पाठ किया गया।
श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि के लिए रसीद कटाकर अर्चना करायी। कई श्रद्धालुओं ने श्रीविष्णुसहस्त्रनामार्चना मंत्र का जाप कराया। समस्त पूजन अर्चक सत्यनारायण गौतम, गोपेश आचार्य, प्रशांत रामानुजदास ने संपन्न कराया। मौके पर अरूण कुमार-अनुराधा सिन्हा, मंदिर के कार्यकारी अध्यक्ष रामअवतार नारसरिया, रंजन सिंह आदि मौजूद थे।
पुंदाग साईं मंदिर में लोग सुबह से ही आने लगे थे
पुंदाग स्थित साईं मंदिर में भी लोगों की भारी भीड़ जुटी। इस अवसर पर साईं मंदिर को रंग बिरंगे गुब्बारे, फूल आदि से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। सुबह साढ़े चार बजे भगवान की पूजा शुरू हुई। मंदिर में सिरडी से लाइव आरती कराई गई। पूजा के उपरांत भंडारा का आयोजन किया गया। देर शाम तक श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते रहे।
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