Move to Jagran APP

Jharkhand: एंबुलेंस मरम्मत के पैसे नहीं, स्वास्थ्य मंत्री के लिए खरीदी जा रही नई गाड़ी

Jharkhand Ranchi News स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्ना गुप्ता खुद परिषद शासी निकाय के अध्यक्ष हैं। 24वें एजेंडे में गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव खुद पास करेंगे। मोर्चरी व ट्रॉमा सेंटर के पास खड़ी दर्जनों गाडिय़ां मरम्मत के अभाव में कंडम हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 11:33 AM (IST)
Jharkhand: एंबुलेंस मरम्मत के पैसे नहीं, स्वास्थ्य मंत्री के लिए खरीदी जा रही नई गाड़ी
झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता। फाइल फोटो

रांची, [अमन मिश्रा]। रिम्स के शासी परिषद की प्रस्तावित बैठक को लेकर जो एजेंडा बना है, वह मरीजों के हित में कम, व्यक्ति विशेष के लिए अधिक है। यह आरोप खुद शासी परिषद के सदस्य कांके विधायक समरी लाल लगा चुके हैं। अब बैठक के लिए निर्धारित एजेंडा भी इसकी तस्दीक कर रहा है। बैठक के लिए बने 24 नंबर एजेंडे में रिम्स प्रबंधन ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के लिए एक वाहन खरीदने का प्रस्ताव शामिल किया है। इस प्रस्ताव को परिषद शासी निकाय अध्यक्ष होने के नाते खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को ही पारित करना है।

loksabha election banner

एक ओर जहां नया वाहन खरीदने की तैयारी है, वहीं दूसरी ओर राशि की कमी बताकर रिम्स प्रबंधन एंबुलेस की मरम्मत तक नहीं करा रहा। मंत्री बन्ना गुप्ता के लिए गाड़ी क्रय के सवाल पर रिम्स की प्रभारी निदेशक डा. मंजू गाड़ी ने कहा  कि यह रिम्स की ओर से स्वास्थ्य मंत्री के लिए उपहार होगा। जरूरत को देखते हुए रिम्स के प्रशासनिक स्तर के लिए भी कुछ गाडिय़ां खरीदी जानी हैं। शासी परिषद से स्वीकृति मिलने के बाद गाडिय़ों की खरीद जल्द की जाएगी।

रिम्‍स में जर्जर पड़ी एंबुलेंस।

वहीं दूसरी तरफ एक सच्चाई यह भी है कि रिम्स परिसर में डेढ़ दर्जन से अधिक एंबुलेंस समेत अन्य गाडिय़ां कंडम होकर पड़ी हैं। गाडिय़ों की मरम्मत को लेकर कई बार सवाल भी उठाए गए हैं। हर बार पैसे की दिक्कत बताकर गाडिय़ों को उसी हाल में छोड़ दिया जाता है। नतीजतन, रिम्स के मोर्चरी के सामने आधा दर्जन से अधिक ऐसी गाडिय़ां पड़ी हैं जो अब मरम्मत के लायक भी नहीं रहीं। वहीं नए ट्रॉमा सेंटर के पीछे भी कई गाडिय़ां जंग खा रही हैं। इनमें करीब डेढ़ करोड़ की लागत से खरीदी गई डेंटल वैन भी शामिल है।

स्वास्थ्य मंत्री के पास पहले से पांच सरकारी गाडिय़ां

इधर, मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को मंत्री बनने के बाद से विभाग व सरकार की ओर से तीन गाडिय़ां दी जा चुकी हैं। इसके अलावा एनएचएम से दो गाडिय़ां मिली हैं। जीबी के सदस्य समरी लाल ने कहा कि गाड़ी खरीदने में रिम्स प्रबंधन जितना खर्च करने की सोच रहा है, उतने में किसी विभाग के लिए जरूरी उपकरण की खरीद की जा सकती है। इससे अस्पताल में मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। उन्होंने कहा कि रिम्स में सिटी स्कैन समेत कई तरह की जरूरतों के लिए उपकरण नहीं हैं। प्रबंधन को उनके क्रय पर ध्यान देना चाहिए।

जिनके लिए गाड़ी खरीद का प्रस्ताव, उनसे ही ली जा रही स्वीकृति

रिम्स प्रबंधन ने इस एजेंडे को जीबी की बैठक के 24वें एजेंडे के रूप में शामिल किया है। प्रस्ताव को स्वीकृति भी शासी परिषद की बैठक में मिलेगी, जिसके अध्यक्ष खुद मंत्री बन्ना गुप्ता हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.