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सरकारी किताबों में अब क्यूआर कोड, स्कैन कर ऑनलाइन भी पढ़ेंगे बच्चे

रांची राज्य के सरकारी स्कूलों में झारखंड सरकार द्वारा बच्चों को निश्शुल्क उपलब्ध करानेवाली किताबों के क्यू आर कोड के सहारे और ऑनलाइन भी पढ सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Aug 2019 04:54 AM (IST)Updated: Wed, 14 Aug 2019 04:54 AM (IST)
सरकारी किताबों में अब क्यूआर कोड, स्कैन कर ऑनलाइन भी पढ़ेंगे बच्चे
सरकारी किताबों में अब क्यूआर कोड, स्कैन कर ऑनलाइन भी पढ़ेंगे बच्चे

रांची : राज्य के सरकारी स्कूलों में झारखंड सरकार द्वारा बच्चों को निश्शुल्क उपलब्ध करानेवाली पुस्तकों में अब क्यूआर कोड (क्विक रेस्पांस कोड) भी होगा। इससे बच्चे कोड को स्कैन कर पाठ्य सामग्री को अपने मोबाइल पर ऑनलाइन भी पढ़ सकेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह की अध्यक्षता में झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) की राज्य कार्यकारिणी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में तैयार इस क्यूआर कोड को स्वीकृति प्रदान की गई।

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क्यूआर कोड सभी कक्षाओं की सभी विषयों की किताबों में लगेगा। बैठक में जेसीईआरटी द्वारा संताली भाषा में ओलचिकी लिपि में तैयार कक्षा छह, सात तथा आठ की पुस्तकों को भी स्वीकृति प्रदान की गई। पहली बार इस लिपि में भी बच्चों को किताबें मिलेंगी। बैठक में दीक्षा कार्यक्रम के तहत तैयार ई-लर्निग कंटेंट पर भी चर्चा हुई। अभी तक कुल 250 ई लर्निग कंटेंट तैयार किए गए हैं। इसमें जेसीईआरटी के चालू वित्तीय वर्ष के 39.95 करोड़ के बजट की भी स्वीकृति मिली। बैठक में जेसीईआरटी के निदेशक उमाशंकर ंिसह व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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जेसीईआरटी का पुनर्गठन :

बैठक में जेसीईआरटी के पुनर्गठन की भी स्वीकृति मिली। पहले इसमें कुल 41 पद ही थे। अब इसमें 45 एकेडमिक तथा 23 नन एकेडमी पद होंगे। सबसे अधिक पद करिकुलम व रिसर्च के लिए निर्धारित किए गए हैं।

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रातू में भवन तैयार, शीघ्र होगा उद्घाटन :

जेसीईआरटी का अपना भवन रातू में बनकर तैयार हो गया है। बैठक में इसका शीघ्र उद्घाटन कर कार्यालय शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। अभी तक इसका कार्यालय धुर्वा स्थित स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में ही संचालित होता है।

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