IAS Pooja Singhal: प्रेम प्रकाश के बारे में नया खुलासा... नियम दरकिनार कर दिए गए अंगरक्षक... ईडी से जांच की उठी मांग
Pooja Singhal Latest News पूजा सिंघल मामले में जिस प्रेम प्रकाश को ईडी ने हिरासत में लिया है उसे सरकार की ओर से गलत तरीके से अंगरक्षक भी मुहैया कराए गए थे। नए खुलासे के बाद साबित हो गया है कि उसके नौकरशाहों और नेताओं से कितने गहरे संबंध हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण में ईडी की कार्रवाई का सामना कर रहे प्रेम प्रकाश को अवैध तरीके से अंगरक्षक दिए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है। झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राम सुभग सिंह ने मुख्य सचिव, राज्य के डीजीपी और ईडी के संयुक्त निदेशक को पत्र भेज कर अंगरक्षक दिए जाने की जांच करने का आग्रह किया है। अधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि मीडिया रिपोर्ट और उनकी जानकारी के अनुसार प्रेम प्रकाश को नियमों का उल्लंघन कर अंगरक्षक दिया गया है। इसकी जांच होनी चाहिए। अधिवक्ता राम सुभग सिंह ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजनेता और नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश को अंगरक्षक प्रदान करने से पूर्व सुरक्षा कमेटी की बैठक नहीं हुई थी। इस संबंध में कोई कागजी कार्रवाई भी नहीं की गई है। नियमों का उल्लंघन कर दो अंगरक्षक दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हजारीबाग में उन्हें अतिरिक्त तीन अंगरक्षक हजारीबाग डीआइजी के आदेश से गैर आधिकारिक तौर पर उपलब्ध कराए गए हैं। इस मामले में उन्होंने रांची के एसएसपी, हजारीबाग और बोकारो एसपी और हजारीबाग डीआइजी की भूमिका की जांच करने का आग्रह किया है। रामसुभग सिंह ने कहा है कि ईडी कार्यालय में जब प्रेम प्रकाश को बुलाया गया तो उनके साथ सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए दो अंगरक्षक भी थे। इससे पता चलता है कि प्रेम प्रकाश के सभी गतिविधियों की अंगरक्षकों के पास जानकारी है। ईडी से उन्होंने प्रेम प्रकाश के अंगरक्षकों से भी पूछताछ करने की मांग की है। हजारीबाग के डीआइजी और एसपी पर अधिवक्ता ने प्रेम प्रकाश को बड़ा भूखंड दिलाने में सहयोग करने का भी आरोप लगाया है। फिलहाल ईडी ने प्रेम प्रकाश को पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। इससे पहले प्रेम प्रकाश के हरमू स्थित आवास पर छापेमारी की गई थी।
तीन साल में एक भी अंगरक्षक प्रेम प्रकाश को नहीं दिया : एसपी
एसपी हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि उन्हें भी किसी ने सूचना दी कि प्रेम प्रकाश को हजारीबाग से तीन अंगरक्षक उपलब्ध कराया गया है। इसकी उन्होंने अपने सार्जेंट मेजर से जांच कराई तो सूचना गलत निकली। एसपी ने बताया कि तीन साल के रिकार्ड को चेक किया गया है, जिसमें एक भी अंगरक्षक हजारीबाग से प्रेम प्रकाश को उपलब्ध नहीं कराया गया है। हजारीबाग पुलिस पर लगाया जा रहा आरोप निराधार है।
प्रेम प्रकाश अभी ईडी की हिरासत में
प्रेम प्रकाश झारखंड के नौकरशाहों और नेताओं का दुलारा रहा है। पिछले दिनों ईडी की टीम ने उसके घर छापेमारी की थी। इस दौरान कई दस्तावेज जब्त किए गए थे। ईडी ने उसे रांची स्थित हरमू दफ्तर और वसुंधरा अपार्टमेंट में एक साथ छापेमारी की थी। फिलहाल वह ईडी की हिरासत में है और उससे पूछताछ चल रही है। ईडी को पता चला है कि उसके अधिकारियों से अच्छे संबंध रहे हैं। शासन में उसकी इतनी मजबूत पकड़ रही है कि वह पलक झपकते अफसरों का तबादला भी करा दिया करता था। खुद को 12 लाख रुपये का कर्जदार बताने वाला प्रेम प्रकाश लग्जरी गाड़ियाें का शौकीन रहा है। उसके पास इनोवा और स्कॉर्पियो जैसी कई गाड़ियां हैं।
मोबाइल चोरी के आरोप में हुई थी पिटाई
बिहार के सासाराम के रहने वाले प्रेम प्रकाश को झारखंड सरकार के प्राय: सभी अफसर जानते-पहचानते हैं। झारखंड में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, उसके संबंध इतने मजबूत रहे कि उसे हर बार मिड डे मील योजना में ठेका मिलता रहा। वह इस योजना में अंडों की आपूर्ति करता था। प्रेम प्रकाश पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के आवास से मोबाइल चोरी करने का भी आरोप लगा था। एकबार उसकी गार्ड ने पिटाई भी कर दी थी। ईडी ने जब उसके मोबाइल की जांच की तो कई अफसरों के नंबर मिले। ईडी उससे यह पता लगा रही कि उसने कितने अफसरों के कालाधन को खपाने का काम किया है। वह कैसे कालाधन को सफेद करने का काम करता रहा है। गिरफ्तार आइएएस पूजा सिंघल से उसके संबंध कब और कैसे बने। पूजा सिंघल के कालाधन में उसकी किस तरह की भूमिका रहती थी।
सीडी के कारोबार से अंडा सप्लायर तक
ईडी ने उससे पूछताछ के बाद उसके करीबी बिल्डर मनोज कुमार सिंह के ठिकाने पर भी छापेमारी की थी। आयकर विभाग ने भी जांच की थी। प्रेम प्रकाश का संबंध झारखंड के सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी से था। उसी अधिकारी के जरिए उसने झारखंड के अन्य अफसरों से पहचान बढ़ाई। कहा जाता है कि पहले वह नेपाल से सीडी लाकर आपूर्ति करता था। फिर झारखंड में मिड डे मील के तहत अंडा आपूर्ति का काम करने लगा। वर्ष 2015-16 में रेडी-टू-इट फूड की व्यवस्था की गयी तो इसमें भी उसे अंडा आपूर्ति का ठेका मिल गया था।
घर से बरामद हुआ था कंबोडिया का कछुआ
ईडी की छापेमारी के दौरान प्रेम प्रकाश के घर से कंबोडिया का एक कछुआ भी बरामद हुआ था। उसके आलीशान घर को देखकर ईडी के अधिकारी भी दंग रह गए थे। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे छापेमारी से पहले ही इशारा कर चुके थे कि पूजा सिंघल के काले कारनामों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश भी शामिल रहा है। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी किसी न किसी समय उसके यहां भी छापेमारी करेगी। और ऐसा ही हुआ भी। ईडी ने एक दिन प्रेम प्रकाश के घर पर भी छापेमारी कर दी। सांसद ने आरोप लगाया था कि प्रेम प्रकाश कालाधन खपाने वालों में एक अहम व्यक्ति है। बहरहाल, अब हाईकोर्ट के वकील ने नया खुलासा करते हुए कहा है कि उसे गलत तरीके से अंगरक्षक दिए गए थे। वकील राम सुभग सिंह ने जांच की मांग की है, देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या फैसला लेती है।