नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालयों में अब होगी 12वीं तक पढ़ाई, शिक्षकों की भी बढ़ेगी सैलरी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालयों में अब 12वीं तक पढ़ाई होगी। राज्य कार्यकारिणी समिति ने इन विद्यालयों को 12वीं तक अपग्रेड करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके लिए आवश्यक संरचनाएं विकसित की जाएंगी और अनुबंध पर शिक्षक बहाल किए जाएंगे। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं और कर्मियों के मानदेय में भी प्रतिवर्ष चार प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि होगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। नक्सल पीड़ित परिवार के बच्चों, अनाथों एवं मानव तस्करी के शिकार बच्चों की शिक्षा के लिए संचालित नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासी विद्यालयों में अब 12वीं तक पढ़ाई होगी।
समग्र शिक्षा अभियान की मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य कार्यकारिणी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में इन विद्यालयों को 12वीं तक अपग्रेड करने के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान की गई।
इसके लिए इन विद्यालयों में आवश्यक संरचनाएं विकसित की जाएंगी तथा अनुबंध पर शिक्षक बहाल किए जाएंगे। अभी तक इन विद्यालयों में दसवीं तक ही पढ़ाई होती है। राज्य में ऐसे कुल 26 आवासीय विद्यालय संचालित हैं।
राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षिकाओं एवं कर्मियों के मानदेय में प्रतिवर्ष चार प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि पर भी सहमति प्रदान की गई। पारा शिक्षकों एवं बीआरपी-सीआरपी की तर्ज पर ही इन्हें भी इसका लाभ मिलेगा।
इस बैठक में बीआरपी, सीआरपी तथा समावेशी शिक्षा के तहत कार्यरत रिसोर्स शिक्षकों का अनुश्रवण भत्ता बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। बीआरपी को वर्तमान में प्रतिमाह 1200 रुपये अनुश्रवण भत्ता दिया जाता है। इसमें हजार रुपये की वृद्धि गई है।
इस तरह इन्हें अब 2,200 रुपये परिवहन भत्ता प्राप्त होगा। इसी तरह, सीआरपी को वर्तमान में हजार रुपये परिवहन भत्ता मिलता है। इसमें 700 रुपये की वृद्धि की गई है। इस तरह, इन्हें अब 1,700 रुपये अनुश्रवण भत्ता के रूप में मिलेंगे।
समावेशी शिक्षा के तहत कार्यरत रिसोर्स शिक्षकों को प्रतिमाह 700 रुपये अनुश्रवण भत्ता मिलता है। इसमें 500 रुपये की वृद्धि की गई है। इससे रिसोर्स शिक्षकों को अब अनुश्रवण भत्ता के रूप में 1,200 रुपये प्राप्त होगा।
बताते चलें कि हाल ही में रिसोर्स शिक्षकों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। बैठक में प्रभारी शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह, राज्य परियोजना निदेशक आदित्य कुमार आनंद आदि उपस्थित थे।