पूर्व नियोजित था खूंटी सामूहिक दुष्कर्म: महिला आयोग
झारखंड के खूंटी में अड़की थाना स्थित कोचांग में पांच युवतियों को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को कहा कि झारखंड के खूंटी जिले में बंदूक के बल पर गैर-सरकारी संगठन की पांच कार्यकर्ताओं के साथ किया गया कथित सामूहिक दुष्कर्म पूर्व नियोजित था। आयोग ने उस आरसी मिशन स्कूल के प्रबंधक की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, जहां से पांचों का अपहरण किया गया था।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले की जांच के लिए अपनी तीन सदस्यीय टीम खूंटी भेजी थी। इस टीम ने स्कूल प्रबंधक फादर अलफोंसो आइएंड की भूमिका पर गंभीर संदेह व्यक्त किया है क्योंकि उन्होंने 'नुक्कड़ नाटक' की टीम के इन सदस्यों के अपहरण के बारे में अधिकारियों को सूचित नहीं किया।
आयोग ने कहा, 'उन्होंने पीड़िताओं को इस बात के लिए राजी किया कि वे आपबीती किसी को न बताएं। इसलिए यह माना गया कि उन्होंने निश्चित रूप से कानूनी प्रक्रियाओं के खिलाफ काम किया और संभवत: आरोपितों के साथ उनकी मिलीभगत थी।'
इस तरह से दिया घटना को अंजाम
झारखंड के खूंटी में अराजकता चरम पर है। अड़की थाना स्थित कोचांग में पांच युवतियों को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। सभी युवतियां 18 से 22 वर्ष की हैं। ये इलाके में मानव तस्करों के खिलाफ अभियान चलाती थीं। अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम देकर यह बता दिया कि यहां किसकी हुकूमत चलती है। उन्हें पुलिस-प्रशासन का अब खौफ नहीं रहा। घटना मंगलवार की है। बुधवार रात से पुलिस की सुगबुगाहट शुरू हुई। गुरुवार सुबह से पुलिस हरकत में दिखी। मामले की जांच के लिए पहुंचे डीआइजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया इस घटना में पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ नजर आ रहा है। गौरतलब है कि स्वयंभू नेताओं ने इस इलाके में पत्थलगड़ी कर रखी है। यहां पुलिस और प्रशासन के प्रवेश पर पाबंदी का बोर्ड लगा रखा है। यही वजह है कि घटना के कई घंटे बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी हो पाई।
घसीट कर सबको ले गए जंगल
अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग स्थित स्टॉक मन मेमोरियल मध्य विद्यालय कोचांग में मंगलवार को करीब 12 बजे एक स्वयंसेवी संस्था उर्सुलाइन की ओर से नुक्कड़ नाटक का आयोजन हो रहा था। इसमें पांच युवतियां शामिल थीं। कार्यक्रम शुरू होते ही तीन बाइक पर सवार हथियारबंद अपराधी वहां आ धमके और शिक्षक-शिक्षिकाओं को धमकाते हुए कार्यक्रम बंद करने की चेतावनी दी। उसके बाद नृत्य दल की युवतियों से मोबाइल छीन लिया। उन्हें हथियारों का भय दिखाकर घसीटते हुए नृत्य दल द्वारा लाए गए चार पहिया वाहन में बैठा लिया। आरोपितों में से एक ने खुद गाड़ी चलाई और युवतियों को जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। लगभग चार घंटे जंगल में रखने के बाद सभी को वापस शाम चार बजे वापस पहुंचा दिया गया। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बन गया। कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है। सभी युवतियां शिक्षा को बढ़ावा देने, मानव तस्करी पर रोक लगाने व स्वच्छता मिशन पर आधारित कार्यक्रम चला रही थीं।
दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी: डीआइजी
डीआइजी अमोल वी होमकर और उपायुक्त सूरज कुमार ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। डीआइजी ने कहा कि जांच में अब तक जो बात सामने आई है, उसमें युवतियों के साथ दुष्कर्म की बात सामने आई है। यह दुष्कर्म पत्थलगड़ी समर्थकों ने किया है। पुलिस सभी पीडि़ताओं की जांच करा रही है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, सख्त सजा दी जाएगी। एक आरोपित की पहचान कर उससे पूछताछ भी की गई है। सुबह से एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पूरी टीम कोचांग के इलाके में छापेमारी कर रही है। दुष्कर्म का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के सवाल पर डीआइजी ने कहा कि यह जांच का विषय है। घटना की सूचना पुलिस को बुधवार की शाम आठ बजे मिली। यह खबर जैसे ही मिली, कार्रवाई शुरू कर दी गई। पत्थलगड़ी क्षेत्र होने से पुलिस को कोई फर्क नहीं पड़ता।