Jharkhand News: बब्बर खालसा से नक्सलियों का कनेक्शन... एनआइए ने संभाली जांच की कमान... 23 खतरनाक हथियार बरामद
Jharkhand Crime News झारखंड के नक्सलियों के तार बब्बर खालसा ग्रुप से जुड़ गए हैं। अब एनआइए बुलबुल जंगल से नक्सलियों की निशानदेही पर बरामद 23 हथियारों की जांच करेगी। झारखंड पुलिस ने फरवरी-2022 में लोहरदगा-लातेहार सीमा पर चलाया था आपरेशन डबल बुल।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के लोहरदगा-लातेहार सीमा पर बुलबुल जंगल में 20 दिनों तक चलाए गए झारखंड पुलिस के 'आपरेशन डबल बुल' के दौरान बरामद 23 हथियारों की बरामदगी के केस को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने टेकओवर कर लिया है। झारखंड पुलिस ने सीआरपीएफ के साथ मिलकर यह अभियान इसी वर्ष फरवरी माह में चलाया था, जिसमें 23 उम्दा हथियारों की बरामदगी हुई थी। इन 23 हथियारों में 19 हथियार पुलिस से लूटे हुए थे, जिसे नक्सलियों ने विभिन्न घटनाओं में लूटा था। इस केस के अनुसंधान में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) ग्रुप का तार झारखंड के नक्सलियों से जुड़ रहा है। इसके बाद ही एनआइए ने इस केस के अनुसंधान की रूचि दिखाई थी, जिसे गृह मंत्रालय की स्वीकृति मिली और एनआइए ने अपनी रांची शाखा में आरसी-02/2022/एनआइए/रांची में केस दर्ज कर लिया है। अब पूरे मामले का अनुसंधान एनआइए करेगी।
पहले नक्सली पकड़ाए, फिर हथियारों की हुई बरामदगी
आपरेशन डबल बुल के दौरान 25 फरवरी 2022 को लातेहार पुलिस ने पलामू जिले के तरहसी थाना क्षेत्र के सिलदलिया से सब जोनल कमांडर पांच लाख के इनामी सुदर्शन भुइया उर्फ नंद किशोर भारती को गिरफ्तार किया था। उसी दिन लातेहार पुलिस ने बालूमाथ थाना क्षेत्र के देवबार से सब जोनल कमांडर बालक गंझू को भी गिरफ्तार किया था। झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार नक्सलियों की निशानदेही पर गुमला जिले के गुरदरी थाना क्षेत्र स्थित पिरहापाट से .303 बोर की तीन राइफल व 172 कारतूस को बरामद किया था। इसके बाद गिरफ्तार सुदर्शन व बालक गंझू की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के बाद नक्सलियों के हथियार की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस ने लोहरदगा के पेशरार थाना क्षेत्र के हरकटा नाला के पास से नक्सलियों के रखे गए 20 हथियारों व 15 कारतूस को बरामद किया। इनमें एक इंसास एलएमजी, दो इंसास राइफल, आठ एसएलआर राइफल, .303 बोर की पांच राइफल, तीन सेमी आटोमेटिक राइफल, .315 बोर की एक राइफल शामिल हैं।
अलग राज्य बनने के बाद सबसे बड़ी हथियार बरामदगी
रांची आइजी के कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान 26 फरवरी को झारखंड पुलिस के आइजी अभियान अमोल वी. होमकर ने बताया था कि 23 हथियारों व हजारों कारतूस की बरामदगी झारखंड अलग होने के बाद अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी थी। इससे पहले वर्ष 2018 में गिरिडीह जिला अंतर्गत पीरटांड़ थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादियों के पास से कुल 11 हथियारों की बरामदगी हुई थी, जिनमें एक एके-47, पांच एसएलआर, तीन .303 रायफल व दो इंसास राइफल शामिल थे।
एक नक्सली को मुठभेड़ में मरा, 11 को हुए गिरफ्तार
लोहरदगा-लातेहार सीमा पर आठ फरवरी से अभियान चल रहा था। इस अभियान के दौरान एक उग्रवादी दिनेश नगेशिया मुठभेड़ में मारा गया था। वहीं, दस लाख रुपये का इनामी एक जोनल कमांडर, तीन सब जोनल कमांडर, एक एरिया कमांडर व छह माओवादियों के सक्रिय सदस्य गिरफ्तार किए गए थे। इस अभियान के दौरान कुल 28 हथियार, भारी मात्रा में कारतूस व आइइडी की बरामदगी हुई थी।