पश्चिम सिंंहभूम में भाकपा माओवादी मिसिर बेसरा के दस्ते से पुलिस की भीषण मुठभेड़
पश्चिम सिंंहभूम जिले के सरजामबुरू के जंगल में भाकपा माओवादी मिसिर बेसरा के दस्ते से पुलिस की मुठभेड़ हुई है। सूचना है कि पुलिस को भारी पड़ते देखकर नक्सली पीछे हट गए। मुठभेड़ के बाद पुलिस पूरे इलाके में सर्च आपरेशन चला रही है।
चाईबासा, जागरण संवाददाता। पश्चिम सिंहभूम जिले के गोइलकेरा प्रखंड के झीलरुआं में हुए 4 जनवरी 2020 की शाम को भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हुए नक्सली हमले में शहीद हुए दो अंगरक्षकों की शहादत का बदला लेने के लिए पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी है।
मिसिर बेसरा और उसका दस्ता जंगल में सक्रिय
इस क्रम में पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा को रविवार को सूचना मिली कि पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत टोन्टो थाना के तुम्बाहाका एवं सरजामबुरू क्षेत्र के जंगल एवं पहाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा एवं उसके दस्ते के सदस्य भ्रमणशील हैं।
पहले माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर शुरू की फायरिंंग
उक्त आसूचना के आधार पर कोबरा, सीआरपीएफ एवं चाईबासा जिला पुलिस की ओर से रविवार की सुबह से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। सर्च अभियान के दौरान रविवार को दोपहर में करीब 12.50 बजे टोन्टो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका एवं सरजामबुरू क्षेत्र में एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा (पोलित ब्यूरो सदस्य) के दस्ता ने कोबरा बटालियन की टीम को लक्षित कर फायरिंग शुरू कर दी।
कोबरा बटालियन की टीम ने की जवाबी कार्रवाई
सुरक्षा बलों और कोबरा बटालियन की टीम ने ने जवाबी कार्रवाई करते हुए माओवादियों पर फायरिंग शुरू कर दी। थोड़ी देर बाद पुलिस को भारी पड़ता देख कर भाकपा माओवादी के दस्ता जंगल पहाड़ का फायदा उठाकर भाग गया। वर्तमान में स्थिति सामान्य है। पुलिस के अनुसार, इस मुठभेड़ में अबतक किसी प्रकार की जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। सर्च अभियान जारी है।
दैनिक जागरण ने पहले ही बताया था यहां छिपे हैं माओवादी
यहां बता दें कि दैनिक जागरण ने 6 जनवरी 2022 के अंक में यह खुलासा किया था कि पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हुए हमले की साजिश टोंटो थाना अंतर्गत सरजामबुरू में ही रची गयी थी। खबर में यह भी बताया गया था कि भाकपा माओवादी दस्ते का पोलिब ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा सरजामबुरू में डेरा डाले हुए है।
सूचना के बाद ही पुलिस जंगल में घुसी : एसपी
पश्चिम सिंंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बताया कि हम लोगों के पास यह सूचना आ रही थी कि नक्सलियों का दस्ता सरजामबुरू और आसपास के इलाके में विचरण कर रहा है। इसी सूचना के आधार पर फोर्स जंगल में घुसी है।