रांची में लिव इन में रह रही महिला व 5 साल की बेटी की हत्या, सोख्ता में मिला शव Ranchi News
Jharkhand. रांची में मां-बेटी की हत्या का मामला सामने आया है। घटना रांची के अरगोड़ा के पपिरतोली में हुई है। हत्या का आरोप महिला के कथित प्रेमी पर है।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 04:46 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:04 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पिपरटोली अपर कोचा में सोमवार को मां-बेटी के नरकंकाल सेप्टिक टैंक के सोख्ता से बरामद किए गए। मृतकों में रेखा तिग्गा (27) व प्रियांशी तिग्गा (5) शामिल हैं। महिला मूल रूप से रातू थाना क्षेत्र के डंडई, हेहल की रहने वाली थी और वर्तमान में पिपरटोली के अपर कोचा में भैरो तिग्गा के मकान में किराए पर रहती थी।
रेखा तिग्गा पिछले एक साल से अपने प्रेमी मोहम्मद शमीम (30) के साथ 'लिव इन रिलेशनशिप' में रह रही थी। मोहम्मद शमीम पेशे से राज मिस्त्री है और मूल रूप से रातू के हुरहुरी का रहने वाला है। रेखा तिग्गा मजदूरी करती थी। हत्या कैसे हुई, इसका खुलासा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल मां-बेटी के नरकंकाल को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम मंगलवार को होगा।
हत्या का आरोप प्रेमी मोहम्मद शमीम पर ही है, जो घटना के बाद से ही फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। प्रियांशी रेखा के पहले पति स्व. सुखदेव उरांव की बेटी थी। सुखदेव की मौत के बाद ही रेखा काम के दौरान मोहम्मद शमीम के संपर्क में आ गई थी। इसके बाद दोनों साथ रहने लगे थे। दोहरे हत्याकांड की सूचना पर रांची के एसपी (सिटी) हरिलाल चौहान मौके पर पहुंचे और आवश्यक छानबीन के बाद लौट गए।
पूरे मामले की छानबीन के लिए डीएसपी हटिया प्रभात रंजन बरवार, डीएसपी सदर दीपक पांडेय, डीएसपी सिटी अमित कुमार, अरगोड़ा थाने की पुलिस, सीआइडी के क्षेत्रीय डीएसपी मोहम्मद नेहालुद्दीन, सीआइडी रांची के प्रभारी रविकांत आदि पहुंचे थे। कमरे को बंद करवा दिया गया है, जिसकी फॉरेंसिक जांच होगी।
लापता थी मां-बेटी
घर के मालिक भैरो तिग्गा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त एएसआइ हैं। उन्होंने बताया कि मोहम्मद शमीम व रेखा ने उनके यहां 28 अप्रैल को किराए पर मकान लिया था। पिछले 21 अगस्त से उन्होंने रेखा को नहीं देखा था। 22 अगस्त को मोहम्मद शमीम आया और कहा कि उसे घर में नहीं रहना, वह घर खाली करेगा। उसने बच्ची के किताब व कुछ कपड़े भी जला दिए थे। 24 अगस्त को कपड़ा ले जाने के लिए शमीम अंतिम बार वहां पहुंचा था, लेकिन मकान मालिक ने कपड़ा ले जाने नहीं दिया।
28 अगस्त को रेखा की भतीजी व दामाद सामान लेने आए तो भैरो ने कहा कि उनकी पत्नी आएगी, तब सामान मिलेगा। भैरो ने पूछा कि रेखा व बच्ची ठीक तो हैं, कहां हैं सभी। इसपर भतीजी ने कहा कि वे लोग लापता हैं, उनका कहीं अतापता नहीं है। इसके बाद वे चले गए। भैरो की पत्नी ने मोहम्मद शमीम को फोन लगाया तो उसने बताया कि वह चाईबासा में है। जब उन्होंने पूछा कि रेखा व बच्ची का पता चला, तो उसने बताया कि वह बंगाली के साथ भाग गई। बंगाली से खूब बात करती थी, उसी के साथ भागी है।
मक्खियों की भिनभिनाहट से हुई आशंका, स्लैब उठाया तो दोनों के शव मिले
भैरो तिग्गा ने बताया कि रविवार की रात तेज बारिश हुई। सोमवार की सुबह करीब छह बजे वे घर के पीछे गए तो सोख्ता के पास मक्खियां भिनभिना रही थीं। उन्होंने इसकी सूचना रेखा की भतीजी को दी। रेखा की भतीजी व दामाद पहुंचे। दामाद अनिल तिग्गा नगर निगम कर्मी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की मक्खियां किसी जानवर आदि के सडऩे पर भिनभिनाती हैं। इसके बाद भैरो ने परिवार के अन्य सदस्य को बुलाने के लिए कहा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। मौके पर परिवार के लोग भी पहुंचे। जब सोख्ता का स्लैब उठाया गया, तो वहां मां-बेटी का नरकंकाल पड़ा था। कपड़े आदि से उनकी पहचान हुई।
रेखा तिग्गा पिछले एक साल से अपने प्रेमी मोहम्मद शमीम (30) के साथ 'लिव इन रिलेशनशिप' में रह रही थी। मोहम्मद शमीम पेशे से राज मिस्त्री है और मूल रूप से रातू के हुरहुरी का रहने वाला है। रेखा तिग्गा मजदूरी करती थी। हत्या कैसे हुई, इसका खुलासा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल मां-बेटी के नरकंकाल को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम मंगलवार को होगा।
हत्या का आरोप प्रेमी मोहम्मद शमीम पर ही है, जो घटना के बाद से ही फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। प्रियांशी रेखा के पहले पति स्व. सुखदेव उरांव की बेटी थी। सुखदेव की मौत के बाद ही रेखा काम के दौरान मोहम्मद शमीम के संपर्क में आ गई थी। इसके बाद दोनों साथ रहने लगे थे। दोहरे हत्याकांड की सूचना पर रांची के एसपी (सिटी) हरिलाल चौहान मौके पर पहुंचे और आवश्यक छानबीन के बाद लौट गए।
पूरे मामले की छानबीन के लिए डीएसपी हटिया प्रभात रंजन बरवार, डीएसपी सदर दीपक पांडेय, डीएसपी सिटी अमित कुमार, अरगोड़ा थाने की पुलिस, सीआइडी के क्षेत्रीय डीएसपी मोहम्मद नेहालुद्दीन, सीआइडी रांची के प्रभारी रविकांत आदि पहुंचे थे। कमरे को बंद करवा दिया गया है, जिसकी फॉरेंसिक जांच होगी।
लापता थी मां-बेटी
घर के मालिक भैरो तिग्गा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त एएसआइ हैं। उन्होंने बताया कि मोहम्मद शमीम व रेखा ने उनके यहां 28 अप्रैल को किराए पर मकान लिया था। पिछले 21 अगस्त से उन्होंने रेखा को नहीं देखा था। 22 अगस्त को मोहम्मद शमीम आया और कहा कि उसे घर में नहीं रहना, वह घर खाली करेगा। उसने बच्ची के किताब व कुछ कपड़े भी जला दिए थे। 24 अगस्त को कपड़ा ले जाने के लिए शमीम अंतिम बार वहां पहुंचा था, लेकिन मकान मालिक ने कपड़ा ले जाने नहीं दिया।
28 अगस्त को रेखा की भतीजी व दामाद सामान लेने आए तो भैरो ने कहा कि उनकी पत्नी आएगी, तब सामान मिलेगा। भैरो ने पूछा कि रेखा व बच्ची ठीक तो हैं, कहां हैं सभी। इसपर भतीजी ने कहा कि वे लोग लापता हैं, उनका कहीं अतापता नहीं है। इसके बाद वे चले गए। भैरो की पत्नी ने मोहम्मद शमीम को फोन लगाया तो उसने बताया कि वह चाईबासा में है। जब उन्होंने पूछा कि रेखा व बच्ची का पता चला, तो उसने बताया कि वह बंगाली के साथ भाग गई। बंगाली से खूब बात करती थी, उसी के साथ भागी है।
मक्खियों की भिनभिनाहट से हुई आशंका, स्लैब उठाया तो दोनों के शव मिले
भैरो तिग्गा ने बताया कि रविवार की रात तेज बारिश हुई। सोमवार की सुबह करीब छह बजे वे घर के पीछे गए तो सोख्ता के पास मक्खियां भिनभिना रही थीं। उन्होंने इसकी सूचना रेखा की भतीजी को दी। रेखा की भतीजी व दामाद पहुंचे। दामाद अनिल तिग्गा नगर निगम कर्मी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की मक्खियां किसी जानवर आदि के सडऩे पर भिनभिनाती हैं। इसके बाद भैरो ने परिवार के अन्य सदस्य को बुलाने के लिए कहा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। मौके पर परिवार के लोग भी पहुंचे। जब सोख्ता का स्लैब उठाया गया, तो वहां मां-बेटी का नरकंकाल पड़ा था। कपड़े आदि से उनकी पहचान हुई।
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