Jharkhand: एक जुलाई से नए तरीके से जारी होगी मध्याह्न भोजन के लिए राशि, जानें
Ranchi Jharkhand News Mid Day Meal कहा गया है कि विद्यालय द्वारा वापस की गई राशि का मदवार वापस रिजर्व एकाउंट मेंटेन किया जाए ताकि किसी भी स्थति में एक मद की राशि की प्रविष्टि दूसरे मदों में न हो जाए।
रांची, जासं। मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत राशि की विमुक्ति एवं निधि की उपयोगिता के अनुश्रवण हेतु नवीन वित्तीय प्रबंधन पद्धति एक जुलाई 2021 से लागू हो जाएगी। रांची जिला शिक्षा अधीक्षक कमला सिंह ने आदेश जारी कर कहा है कि मध्याह्न भोजन योजना कोषांग अंतर्गत सभी क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा जीरो बैलेंस राशि का एक बैंक खाता संचालित किया जाएगा। सभी एजेंसी सभी मदों की राशि सूद सहित गणना करते हुए 15 जून तक अनिवार्य तौर पर जमा करेंगे और इसकी जानकारी मध्याह्न भोजन कोषांग को देंगे।
एक मद की राशि की प्रविष्टि दूसरे मदों में न हो
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व अवर विद्यालय निरीक्षक द्वारा प्रमाणित किया जाएगा कि समय सीमा के अंदर सभी विद्यालायों के सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के बैंक खाता में राशि शून्य है। विद्यालय द्वारा वापस की गई राशि का मदवार वापस रिजर्व अकाउंट मेंटेन किया जाए ताकि किसी भी स्थिति में एक मद की राशि की प्रविष्टि दूसरे मदों में न हो जाए।
सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के रोकड़ शेष का सत्यापन बैंक खाता के शेष से किया जाए तथा वांछित उपयोगिता प्रमाणपत्र प्राप्त राशि का सामंजन किया जाए। डीएसई ने कहा है कि किसी भी स्तर से फर्जी निकासी अथवा अग्रिम के विरुद्ध उपयोगिता प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं होने पर दोषी व्यक्ति को चिन्हित कर राशि की वसूली हेतु विधि सम्मत कार्रवाई के साथ राशि जमाकर लेखा का समायोजन किया जाए।
बाल श्रम दिवस पर विचार गोष्टी आयोजित
राष्ट्रीय घरेलू कामगार संगठन की बाल अधिकार संगठन इकाई के तत्वाधान में विश्व बाल श्रम मुक्त दिवस पर ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विचार गोष्ठी में राष्ट्रीय घरेलू कामगार संगठन के राज्य संयोजक पूनम होरो सहित रीना किस्पोट्टा, रेणुका केरकेट्टा, एलिस पूर्ति, “प्रतिज्ञा” संस्था से अजय कुमार, चाइल्ड लाइन एवं रेलवे चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर फादर टोनी, चाइल्ड लाइन को-ऑर्डिनेटर दीपक रोजारियो, समाजसेवी रिसित एवं बाल अधिकार संगठन अध्यक्ष निशा कुमारी सहित 25 बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने अपने विचार मौखिक एवं चित्र द्वारा व्यक्त किया कि बाल श्रम उनके लिए अभिशाप है। इससे उनका बचपन छीन जाता है।