मिशनरीज ऑफ चैरिटी: बच्चों को शिशु भवन में भेजने की मांग पर हंगामा
दरअसल बच्चा बिक्री प्रकरण सामने आने के बाद रांची सीब्डल्यूसी ने वहां से बुधनी सहित 22 बच्चों को हटाकर करुणा आश्रम में रखा था।
रांची, जेएनएन। मिशनरीज ऑफ चैरिटी से बच्चा चोरी प्रकरण सामने आने के बाद हिनू स्थित शिशु भवन से 22 बच्चों को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने रेस्क्यू कर अपनी सुरक्षा में लिया था। उन्हीं बच्चों में से तीन के परिजनों ने शुक्रवार को अपने बच्चों को वापस शिशु भवन में भेजने की मांग की। इस मांग को सीडब्ल्यूसी की बेंच ने साफ मना कर दिया।
इन्कार के बाद तीनों परिजन और उनके साथ मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता मेरी तिर्की ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की वजह से सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष सहित अन्य सदस्यों को अपनी कार्रवाई छोड़ उठना पड़ा। हाईवोल्टेज ड्रामा देख मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी कंचन सिंह पहुंची। परिजन कंचन
सिंह से भी बच्चों की मांग को लेकर उलझे।
दरअसल खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग निवासी विश्राम सोय की डेढ़ महीने की बच्ची बुधनी मिशनरीज ऑफ चैरिटी के शिशु भवन में रखा था। बच्चा बिक्री प्रकरण सामने आने के बाद रांची सीब्डल्यूसी ने वहां से बुधनी सहित 22 बच्चों को हटाकर करुणा आश्रम में रखा था। सीडब्ल्यूसी में हंगामे के बीच जिला समाज कल्याण अधिकारी एक टीवी चैनल के पत्रकार व कैमरामैन से भिड़ गईं। कैमरामैन को कवरेज से रोका। वे कैमरे को खींचती हुई अपने चैंबर तक ले गईं। काफी देर तक बहस के बाद मामला शांत हुआ।
परिजन बोले करुणा आश्रम में हैं मच्छर
विश्राम उरांव ने कहा कि उनकी बच्ची की शिशु भवन में ही बेहतर देखभाल हो रही थी। वहां से हटाकर करूणा आश्रम ले जाया गया है। वहां मच्छर हैं और बच्ची की ठीक ढंग से देखभाल नहीं हो रही है।