Mission Admission: व्यावसायिक शिक्षा में हैं रोजगार की बेहतर संभावनाएं, इन कोर्सों की पढ़ाई कर संवारें अपना भविष्य
Vocational Education Jharkhand News झारखंड में बड़ी संख्या में ऐसे छात्र हैं जो अपनी पढ़ाई पैसे की कमी के कारण पूरी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इन छात्रों को अपना भविष्य संवारने का मौका वोकेशनल कोर्स में मिल सकता है।
रांची, जासं। अभी व्यावसायिक शिक्षा का जमाना है। रोजगार के ख्याल से व्यावसायिक शिक्षा से जुड़े पाठ्यक्रम का चयन एक अच्छा विकल्प है। यही कारण है कि बच्चों में पिछले कुछ वर्षों से वोकेशनल ट्रेड को चुनने का ट्रेंड है। अपनी रुचि के अनुसार विद्यार्थियों के लिए अपने हुनर को निखारना के लिए वोकेशनल कोर्स आसान है। राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे छात्र हैं, जो अपनी पढ़ाई पैसे की कमी के कारण पूरी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इन छात्रों को अपना भविष्य संवारने का मौका वोकेशनल कोर्स में मिल सकता है। अपनी रुचि के कोर्सेज के जरिए विद्यार्थी अपने हुनर को निखार सकते हैं। इन कोर्स को करने के बाद जॉब जल्द मिल जाता है। साथ ही अपना काम शुरू भी कर सकते हैं।
कोर्स के बाद में ढेरों विकल्प
माइनिंग, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, रेडियो एंड टीवी टेक्नोलॉजी जैसे वोकेशनल कोर्स से इंटर की पढ़ाई करने के बाद सीधे लेटरल एंट्री से पॉलिटेक्निक में प्रवेश मिल जाता है। इसका फायदा यह होता है कि 4 वर्षीय पॉलिटेक्निक का कोर्स 3 वर्ष में ही पूरा हो जाता है। इसका कारण कि आपका नामांकन सीधे दूसरे वर्ष में होता है। इसके बाद रोजगार के द्वार खुल जाते हैं।
इसी तरह मेडिकल लैब तकनीशियन का कोर्स करने के बाद पैथोलॉजी व नर्सिंग का कोर्स करने से सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में काम कर सकते हैं। मोटर गाड़ी में रुचि रखने वाले विद्यार्थी ऑटोमोबाइल का कोर्स कर सकते हैं। नर्सिंग, कंप्यूटर साइंस सहित कुछ अन्य कोर्स की डिग्री लेवल की पढ़ाई रांची विश्वविद्यालय में होती है। इंटर स्तर पर यह ट्रेनिंग पूरा करने के बाद काम करते हुए आगे की पढ़ाई की जा सकती है।
हर ट्रेड में 48 सीट
झारखंड के 59 प्लस टू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में इंटर स्तर पर वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है। इन सभी प्लस टू विद्यालयों में 33 ट्रेड संचालित होते हैं। सभी ट्रेड में 48-48 सीट पर नामांकन होना है। विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर नामांकन ले सकते हैं। सभी वोकेशनल कोर्सों में नामांकन का शुल्क सामान्य है। अनुसूचित जाति जनजाति एवं ओबीसी को 650 रुपये एवं सामान्य जाति के लोगों के लिए 815 रुपये का फीस रखा गया है। यह एक वर्ष का का शुल्क है। दूसरे वर्ष में भी इतना ही शुल्क देना होता है।
किस ट्रेड के हैं शिक्षक
मारवाड़ी प्लस टू विद्यालय में तीनों ट्रेड में शिक्षक हैं। वहीं जिला स्कूल में केवल मुर्गी पालन के शिक्षक हैं। एसएन मारवाड़ी में माइनिंग व ऑटोमोबाइल, एसएस डोरंडा में गारमेंट मेकिंग, एसएस प्लस टू कांके में एमएलटी, एसएस प्लस टू बेड़ो में माइनिंग के शिक्षक नहीं हैं। बालकृष्णा, गवर्नमेंट गर्ल्स बरियातू, एसएस प्लस टू सिल्ली में तीनों ट्रेड के शिक्षक हैं। अन्य स्कूलों में भी शिक्षकों की उपस्थिति सामान्य है।
अंक प्रतिशत की बाध्यता नहीं
वोकेशनल कोर्सों में नामांकन के लिए किसी भी बोर्ड से दसवीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसमें अंक या प्रतिशत की बाध्यता नहीं है। स्कूलों में अभी नामांकन चल रहा है। सभी स्कूलों में ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन नामांकन फॉर्म मिल रहे हैं। विद्यार्थी ऑनलाइन फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं। फॉर्म का किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। फॉर्म जमा करने के बाद कागजातों की जांच कर नामांकन लिया जाएगा।
किस स्कूल में कौन सा ट्रेड
1. मारवाड़ी प्लस टू विद्यालय
• शॉर्ट हैंड एंड टाइपिंग
• रेडियो एंड टेलीविजन
• माइनिंग जियोलॉजी
2. जिला स्कूल
• पोल्ट्री फार्म
• मेडिकल लैब टेक्नीशियन
• ऑफिस मैनेजमेंट
3. बालकृष्णा प्लस टू उच्च स्कूल
• माइनिंग
• ऑटोमोबाइल
• डेयरी टेक्नोलॉजी
4. एसएस डोरंडा
• माइनिंग
• कंप्यूटर साइंस
• गारमेंट मेकिंग
5. प्लस टू विद्यालय कांके
• माइनिंग
• सेरीकल्चर
• मेडिकल लैब टेक्नीशियन
6. शिवनारायण मारवाड़ी प्लस टू
• माइनिंग जियोलॉजी
• ऑटोमोबाइल
• नर्सिंग एंड मिडवाइफरी
7. बीआइटी मिश्रा प्लस टू विद्यालय
• माइनिंग
• सेरीकल्चर
• इलेक्ट्रॉनिक
8. एसएस प्लस टू बेड़ो
• टैक्सटाइल डिजाइनिंग
• सेरीकल्चर
• माइनिंग
9. एसएस प्लस टू सिल्ली
• माइनिंग
• पोल्ट्री फार्म
• डेयरी टेक्नोलॉजी
10. गवर्नमेंट गर्ल्स बरियातू
• गारमेंट मेकिंग
• एग्रीकल्चर एंड फार्म मैकेनिक
• अकाउंटेंसी