Jharkhand: डॉन बनने की चाहत में 16 साल की उम्र में चुना गलत रास्ता, अब तक की 3 हत्याएं
Jharkhand News नाबालिग आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि कम उम्र में ही उसे डॉन बनने की चाहत है। उसे पिस्टल रखने का शौक है। नाबालिग ने बताया कि उसने 20 हजार में डालटनगंज के एक युवक से पिस्टल खरीदी थी।
रांची, जासं। रांची के सुखदेव नगर थाना के सामने रविवार की रात एक युवक की बेरहमी से चाकू गोदकर हत्या के बाद पकड़ा गया नाबालिग आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि कम उम्र में ही उसे डॉन बनने की चाहत है। उसे पिस्टल रखने का शौक है। वह डॉन बनने की राह पर अपने से बड़े उम्र के लोगों के साथ मिलकर अपना गिरोह तैयार कर रहा था।
पकड़े जाने के बाद उसके चेहरे पर जरा सी भी शिकन दिखाई नहीं दे रही थी। उसने बताया कि उसे यह पता नहीं था कि चाकू गोदने के बाद युवक की मौत हो जाएगी। उसने गलत कमेंट किया था, इस वजह से चाकू गोदकर हत्या कर दी। नाबालिग ने बताया कि उसने 20 हजार में डालटनगंज के एक युवक से पिस्टल खरीदी थी। पुलिस संबंधित आम्र्स सप्लायर की भी तलाश कर रही है।
नाबालिग अब तक तीन हत्याओं को अंजाम दे चुका है। नाबालिग ने अपने चार अन्य दोस्तों के साथ युवक को पकड़कर 15 से 20 बार चाकू पेट में घोंप दी। मौके पर ही युवक की मौत हो गई। मृतक का नाम दीपांशु उपाध्याय है, वह इंद्रपुरी का रहने वाला था। थाना के सामने बेरहमी से हत्या की वारदात को अंजाम देने की वजह से एसएसपी ने थानेदार जॉन मुर्मू को लाइन हाजिर कर दिया है।
हालांकि इस घटना में शामिल नाबालिग सहित सात आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। गिरफ्तार आरोपितों में नाबालिग के अलावा सोनू कुमार, निहाल पांडे, अंकित पाठक, सूरज यादव, संजीत कुमार और गुड्डू कुमार गुप्ता उर्फ गोलू शामिल है। पुलिस ने पकड़े गए नाबालिग के पास से एक पिस्टल भी बरामद किया है।
घटना को अंजाम देने के बाद नाबालिग सहित उसके सभी साथी दुर्गा मंदिर के समीप स्थित एक घर में जाकर छिप गए थे। जहां से पुलिस ने छापेमारी कर सभी को दबोच लिया। इधर, घटना के बाद गुस्साए मृतक के परिजनों और मोहल्लेवासियों ने नाबालिग आरोपित के घर तोडफ़ोड़ की और जमकर पथराव किया। हालांकि पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव करने वालों को खदेड़ा।
दीपांशु ने कहा था बुढ़मू में मिलेगा गांजा इसलिए मार दी चाकू
पुलिस की पूछताछ में नाबालिग आरोपित ने बताया है कि वह अपने साथियों के साथ सुखदेवनगर थाना के पास से गुजर रहा था। इस दौरान दीपांशु अपने दो अन्य दोस्त रोहित और बलवंत के साथ वहां से गुजर रहा था। इस दौरान नाबालिग ने दीपांशु से पूछा- गांजा कहां मिलेगा। इस पर दीपांशु ने कहा, गांजा बुढ़मू में मिलेगा। इतना सुनते ही नाबालिग ने अपने पास रखी चाकू निकाली और उसके पेट में गोद दिया। इस चाकूबाजी और मारपीट की घटना में रोहित और बलवंत भी घायल हुए हैं।
डबल मर्डर कर कब्रिस्तान में लाश छिपाने में भी था शामिल
दीपांशु उपाध्याय की हत्या में शामिल मुख्य आरोपित नाबालिग रातू रोड कब्रिस्तान में डबल मर्डर कर लाश छिपाने के मामले में भी शामिल था। सिल्की गुरुंग और अनुराग विश्वकर्मा की हत्या कर लाश को छिपा दिया गया था। पहली हत्या 28 दिसंबर 2018 की रात सिल्की गुरुंग की गई थी। इतनी सफाई से उसकी हत्या कर रातू रोड कब्रिस्तान में दफनाया था कि 14 दिनों तक भी किसी को इसकी भनक तक नहीं लग सकी थी।
जब 11 जनवरी 2019 को नाबालिग के साथी अनमोल उर्फ कांटी ने दूसरी बार अनुराग विश्वकर्मा की हत्या कर शव को रातू रोड कब्रिस्तान में दफनाया और उसकी गिरफ्तारी हुई तब यह खुलासा हुआ था। इस हत्याकांड में रिमांड होम से छूटने के बाद अगस्त 2020 में भी उसने एक युवक को चाकू मारकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया था।
इसके बाद उसे पुलिस ने पकड़ कर रिमांड होम भेजा था। हालांकि 7 दिनों बाद ही वह रिमांड होम से छूट कर बाहर आ गया था। रिमांड होम से निकलने के लगभग 2 माह बाद ही उसने फिर से अपने दोस्तों के साथ मिलकर थाना के समीप ही चाकू से गोदकर दीपांशु की हत्या कर दी।
खून लगी चाकू कांके डैम में फेंकी
दीपांशु की हत्या करने के बाद नाबालिग आरोपित घटना में प्रयुक्त खून लगी चाकू लेकर सीधे कांके डैम पहुंचा था। चाकू डैम में फेंक दी। इसके बाद दुर्गा मंदिर के पीछे स्थित किराए के मकान में जाकर दोस्तों के साथ छिप गया था। पकड़े जाने के बाद पुलिस ने जब नाबालिग से घटना में इस्तेमाल की गई चाकू के संबंध में पूछा, तब उसने कांके डैम में फेंके जाने की बात बताई।
उसे बरामद करने के लिए पुलिस कांके डैम पहुंची। लेकिन चाकू नहीं मिली। हालांकि साक्ष्य के तौर पर पुलिस ने नाबालिग आरोपित के पास से वह जींस बरामद कर लिया है जो घटना को अंजाम देने के समय पहन रखा था। इसमें खून लगे थे। पुलिस संबंधित जींस और मृतक के कपड़े का एसएसएल जांच कराएगी।