झारखंड में मंत्रियों की गुहार, हमारी भी तस्वीर छपे सरकार
झारखंड के मंत्रियों ने सीएम से उनकी भी तस्वीर छापने की गुहार लगाई है।
प्रदीप सिंह, रांची। नेताजी काम करें और नाम न हो तो खटकना लाजिमी है। ऊपर से मंत्री बन गए हैं, तब भी सरकारी विज्ञापनों में तस्वीर नहीं छप रही है। कुछ ऐसी ही पीड़ा से इन दिनों झारखंड सरकार के कई मंत्री गुजर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकारी विज्ञापनों में सिर्फ मुख्यमंत्री रघुवर दास की तस्वीरें ही लग पा रही हैं। मंत्रियों की चिंता इस बात की है कि रघुवर सरकार के 1000 दिन पूरे होने के मौके पर मनाए जाने वाले समारोह और विभागीय उपलब्धियों में भी उनकी तस्वीर नहीं लग पाएगी। अपनी इस पीड़ा से उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को भी अवगत कराया है।
मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद आठ मंत्रियों ने अपनी चिंता आपस में साझा की। तय हुआ कि चलकर मुख्यमंत्री रघुवर दास से बात की जाए। सारे मंत्री मुख्यमंत्री के कक्ष में पहुंचे और अपनी बातें रखीं। मंत्रियों की भावनाएं मुख्यमंत्री के समक्ष मंत्री सीपी सिंह ने सिलसिलेवार तरीके से रखीं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण ऐसा संभव नहीं दिखता। इस पर मंत्री सरयू राय ने सुझाव दिया कि आदेश मुख्यमंत्री के साथ किसी अन्य की तस्वीर नहीं लगाने का है।
ऐसे में विभागीय उपलब्धियों में मंत्रियों के फोटो को जगह दी जा सकती है। विभागीय उपलब्धियों में मुख्यमंत्री की सामूहिक तस्वीर का भी उपयोग किया जा सकता है, जिसमें सारे मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री को जब विकल्प सुझाया गया तो उन्होंने अधिकारियों संग विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को आश्वस्त किया कि महाधिवक्ता से तत्काल राय लेकर उचित फैसला लिया जाएगा। बातचीत के बाद मंत्री संतुष्ट हुए।
ये मंत्री मिले सीएम से
सरयू राय, सीपी सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, लुइस मरांडी, नीरा यादव, रणधीर कुमार सिंह, राज पालिवार व चंद्रप्रकाश चौधरी।
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