झारखंड के मंत्री का दावा, भूख से नहीं मरी सावित्री
झारखंड के मंत्री सरयू राय ने दावा किया है कि मंगरगड़ी, गिरिडीह की सावित्री देवी की मौत भूख से नहीं हुई थी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय ने दावा किया है कि मंगरगड़ी, गिरिडीह की सावित्री देवी की मौत भूख से नहीं हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि सावित्री की मौत के बाद न सिर्फ बीडीओ और मार्केटिंग ऑफिसर ने यथास्थिति की जानकारी ली, बल्कि विधायक जगरनाथ महतो भी वहां पहुंचे। तब परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत बताया था और पोस्टमार्टम नहीं कराने का अनुरोध किया था।
मंगलवार को मीडिया से मुखातिब मंत्री ने विभागीय स्तर से कराई गई जांच रिपोर्ट भी पेश की। उन्होंने कहा कि विपक्ष और कुछ सामाजिक संगठन ऐसे कुछ मामलों को भूख से हुई मौत के साथ जोड़ देते हैं, जिससे सरकार की बदनामी होती है। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर किसी को भी इस जांच रिपोर्ट पर कोई शक हो तो इसकी जांच किसी भी एजेंसी से करा सकता है। मंत्री ने विभाग के अपर निदेशक संजय कुमार और संयुक्तसचिव विनय कुमार राय की जांच रिपोर्ट के हवाले से कहा कि सावित्री की मृत्यु दो जून की सुबह हुई थी। उसके दोनों पुत्र बाहर रहते थे। नतीजतन उनके आने के बाद तीन जून को उसका अंतिम संस्कार हुआ।
सावित्री के परिजनों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से इसलिए नहीं जोड़ा जा सका था, क्योंकि उनमें से किसी ने राशन कार्ड के लिए आवेदन नहीं दिया था। चार जून को उसके दोनों बेटों ने आवश्यक कागजात उपलब्ध कराए, इसके बाद ऑनलाइन राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया। इस दौरान विभाग की ओर से इटखोरी, चतरा की मीना मुसहर की मौत से संबंधित जांच रिपोर्ट भी पेश की गई, जिसमें भी उसकी मौत की वजह बीमारी बताई गई है।