क्या आजसू छोड़ देगी भाजपा सरकार का साथ, कटे-कटे से क्यों हैं मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी
Chandra Prakash Choudhary. झारखंड की भाजपानीत एनडीए सरकार में आजसू कोटे के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से भी नदारद थे।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य के जल संसाधन सह पेयजल मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के तेवर इन दिनों किसी को समझ में नहीं आ रहे हैं। उनकी पार्टी आजसू एनडीए का पार्ट है और वे इसी कोटे से सरकार में मंत्री भी हैं लेकिन सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से वे लगातार दूरी बना रहे हैं। ताजा मामला मेदिनीनगर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़ा है।
झारखंड और बिहार की संयुक्त सिंचाई परियोजना मंडल डैम का शिलान्यास करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए, पूरी सरकार पलामू में थी। लेकिन जल संसाधन मंत्री होते हुए भी चंद्रप्रकाश चौधरी नदारद दिखे। पूछने पर पता चला कि बाहर गए हैं, पहले से कार्यक्रम तय था। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की सूचना राज्य सरकार को पूर्व से थी। बावजूद उसके जल संसाधन मंत्री ने कार्यक्रम से दूरी बनाई।
विधानसभा के महज तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र में भी पहले ही दिन उपस्थिति दर्ज करा निकल गए। बताया गया कि छुट्टियां मनाने बाहर जा रहे हैं। उनके सवालों के जवाब के लिए एक अन्य मंत्री राज पालिवार को अधिकृत किया गया। यह बात अलग है कि प्रश्न काल चला नहीं तो सवालों का जवाब देने की नौबत भी नहीं आई। राज्य स्थापना दिवस समारोह से भी वे गैरहाजिर रहे।
जबकि इस दिन झारखंड को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया। यह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, इस विभाग के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ही हैं। हालांकि बताया गया कि मंत्री इस दिन जिले के कार्यक्रम में शामिल थे। सत्ता के गलियारे में चंद्रप्रकाश चौधरी के तेवर किसी को समझ नहीं आ रहे हैं। एनडीए फोल्डर में होने के बावजूद वे सरकार के ऐसे कार्यक्रमों से दूरी बना रहे हैं जिसके मंत्री वे खुद हैं।
पीएम माेदी के कार्यक्रम में नहीं थे : आजसू कोटे के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी कहां हैं? जल संसाधन मंत्री होने के बावजूद प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी नहीं थे। मुख्यमंत्री एवं जल संसाधन मंत्री को खुली चुनौती देता हूं कि वे प्रेस कांफ्रेंस कर पलामू-गढ़वा के लोगों को बताएं कि मंडल डैम से इस क्षेत्र के लोगों को कितना पानी मिलेगा। हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष।