स्वस्थ जीवन हमारा मौलिक अधिकार: सरयू राय
खलारी : स्वस्थ जीवन हमारा मौलिक अधिकार है। आप सीसीएल को विवश कर दें कि वह वायु
संवाद सूत्र
खलारी : स्वस्थ जीवन हमारा मौलिक अधिकार है। आप सीसीएल को विवश कर दें कि वह वायु प्रदूषण मापने की मानीट¨रग स्टेशन एनके एरिया में लगाए। यह बात राज्य के मंत्री सरयू राय ने खलारी में कही। सरयू राय एनके एरिया सभागार में 'उत्तरी कर्णपुरा क्षेत्र का वायु प्रदूषण' विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण पर्शद में वन विभाग के अधिकारियों की नियुक्ति को गलत बताते हुए कहा कि ऐसे संस्थानों में पर्यावरणविदों को जगह मिलनी चाहिए। कहा कि इसके लिए संबंधित सचिव से कहे हैं। कहा कि उद्योगों, कोयला सहित दूसरे खदानों से फायदे के लिए जनता को इतना नुकसान न पहुंचाएं कि उनकी पीढि़या भुगते। कहा के कुछ लोगों के नाजायज फायदे से जनस्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है। कहा कि वातावरण से बर्दाश्त के बाहर चीजें जाती हैं तो आवाज उठती है। कहा कि ऐसे सेमिनार से प्रयास है कि लोगों के मनोवृति में परिवर्तन हो। बताया कि 14 साल से दामोदर को प्रदूषणमुक्त करने का प्रयास कर रहे हैं। दामोदर औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त हो जाय यही बड़ी बात है।
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दिसंबर में 'पर्यावरण पाठशाला' का आयोजन
सरयू राय ने बताया कि युगातर भारती दिसंबर में राज्य स्तरीय 'पर्यावरण पाठशाला' का आयोजन करेगी जिसमें राज्य भर से 100 प्रमुख लोग शामिल होंगे। तीन दिवसीय कोर्स के माध्यम से सभी को जागरूक करेंगे। अगली योजना के बारे में बताया कि दिसंबर तक टॉल फ्री हेल्प लाइन शुरू करेंगे जिसपर फोन या व्हाट्सएप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति प्रदूषण से संबंधित समस्या बता सकेगा और हेल्प लाइन उसे संबंधित उपायुक्त को तत्काल समस्या की जानकारी देगा। बताया कि 1981 में प्रदूषण को रोकने के लिए अधिनियम बना। लेकिन समितिया और संस्थाएं पस्त पड़ी हैं।
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2019 के चुनाव घोषणा पत्र में हो प्रदूषणमुक्त क्षेत्र की माग
मंत्री सरयू राय ने कहा कि प्रदूषण को लेकर चैप्टर ऑफ डिमाड तय करेंगे जिसे 2019 के चुनाव में राजनीतिक पार्टिया अपने घोषणा पत्र में इसे स्थान दें। क्योकि कोर्ट आदेश भी देगा तो क्रियान्वयन सरकार को ही करना है।
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पार्टी कार्यकर्ताओं की भी है जबाबदेही
सरयू राय ने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का भी दायित्व है। निराशा तब होती है जब कार्यकर्ता कहते हैं कि अपनी सरकार में नहीं बोलेंगे। कहा कि दूसरी सरकार में बोलकर क्या करेंगे। आह्वान किया कि सभी दलों के कार्यकर्ता समूह बनाकर प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाएं।
कार्यशाला में भाग लेने आए सर्वोच्च न्यायालय के वकील राहुल चौधरी ने कहा कि प्रदूषण से लड़ने के लिए अधिकारिक, राजनीतिक मनसा होनी चाहिए। कहा कि यह कहना कि खनन से तरक्की होगी यह गलत है। कहा कि अधिकारी उद्योगपति से प्रभावित हैं।
वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ आरके सिंह ने वायु प्रदूषण के कारणों को वैज्ञानिक तरीके से बताया। सिंह ने कहा कि एनके एरिया में वायु प्रदूषण को मापने के लिए कोई मानीट¨रग स्टेशन नहीं है। ऐसा सोची समझी राजनीतिक के तहत किया गया है। कहा कि प्रदूशण का यह हाल है कि मानव और वन्य जीवों के बीच संघर्ष हो रहा है।
कार्यशाला में धन्यवाद ज्ञापन कोलकता से आई लाइफ फाउंडेशन की कंचना दास ने दिया। संचालन विकासकुमार सिंह ने किया। इस मौके पर युगातर भारती के सचिव आशीष शीतल, आनंद कुमार सहित अनेक स्थानीय बुद्धिजीवी उपस्थित थे।