एएसआइ हत्याकांड का आरोपित लिया गया रिमांड पर
रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती सजायाफ्ता बिहार पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात था एएसआइ।
तुपुदाना (जागरण संवाददाता)। रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती सजायाफ्ता बिहार पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात एएसआइ कामेश्वर रविदास की हत्या के मामले गिरफ्तार आरोपित अजीत तिर्की को तुपुदाना पुलिस ने 48 घंटे के रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपित से पूछताछ में जुट गयी है। हालांकि आरोपित से पुलिस को कुछ खास जानकारी नही मिली है। एएसआइ की हत्या में शामिल अन्य आरोपी अबतक फरार हैं। बता दे कि 31 जुलाई की रात एएसआइ कामेश्वर की बेरमाद महुआटोली स्थित एक स्कूल में हत्या कर खदान में शव को फेंक दिया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाए जाने के कारण हत्या की गयी जबकि पुलिस के अनुसार स्कूल में शराब पीने-खाने के दौरान विवाद में हत्या की गई। अधमरा करने के बाद अपराधियों ने उन्हे 100 फीट गहरे खदान में फेंक दिया और वहां से भाग निकले। एक अगस्त को एएसआइ का शव खदान से बरामद किया गया था।
परिजनों ने पुलिस की भूमिका पर उठाए थे सवाल
अजीत तिर्की की गिरफ्तारी के बाद परिजनों ने पुलिस वालों के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया है। इसके अलावा राज्य के डीजीपी से भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए झूठे केस में फंसाने का आरोप लगा शिकायत दर्ज कराई गई है। कोर्ट में दर्ज कराए गए केस में हटिया एएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को आरोपित बनाया गया है। पुलिस पर आरोप है कि अपनी नाकामी को छुपाते हुए निर्दोष को फंसा कर जेल भेज रही है। हटिया एएसपी सहित पुलिस की पूरी टीम ने जल्दबाजी में निर्दोष को फंसा दिया है। पुलिस की ओर से इस मामले में आरोपित बनाए गए अजित तिर्की की पत्नी ललिता तिर्की ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसमें पुलिस पर अपने पति को फंसाने का आरोप लगाया है। पीड़ित की ओर से न्यायालय में की गई शिकायत में कहा गया है कि अजीत तिर्की पिछले डेढ़ वर्ष से बीमार हैं। गत 31 जुलाई को सुबह नौ बजे उन्हें हत्या के एक मामले में पूछताछ के लिए पुलिस अपने साथ ले गई। परिवार जब अजित से मिलने पहुंचा तो तुपुदाना में गत 31 जुलाई से 2 अगस्त तक मिलने नहीं दिया गया। पत्नी का दावा है कि जिस रात हत्याकांड को अंजाम दिया गया, उस रात पति उसके साथ था। गत दो अगस्त को पुलिस घर में घुसकर आरोपित के कुछ पुराने कपड़े अपने साथ ले गई। आरोप यह भी है कि पुलिस ने पीड़ित के साथ दुर्व्यवहार किया। न्यायालय से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए पत्नी ने अपने पति पर लगाए गए आरोप को झूठा करार दिया है।