एमसीआइ टीम ने एनेस्थीसिया विभाग का किया निरीक्षण, बढ़ सकती है 12 पीजी सीट
रिम्स के एनेस्थीसिया विभाग में वर्तमान में सिर्फ छह पोस्ट ग्रेजुएट सीटे हैं। एमसीआइ से मंजूरी मिलने के बाद इसे 18 किया जा सकता है।
फोटो :: मनोरंजन -रिम्स के एनेस्थीसिया विभाग में वर्तमान में सिर्फ छह पोस्ट ग्रेजुएट सीट, एमसीआइ से अनुमति मिलने पर 18 छात्र ले सकेंगे दाखिला जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स के सभी विभागों में पीजी की सीटें बढ़ाने के लिए लगातार कवायद जारी है। एनेस्थीसिया विभाग में सीट बढ़ाने के लिए आवेदन देने के बाद शुक्रवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने एनेस्थीसिया विभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के लिए एमसीआइ इंस्पेक्टर के रूप में रीवा से प्रो. सुधाकर द्विवेदी रिम्स पहुंचे थे। उन्होंने विभिन्न पहलुओं के आधार पर विभाग का जायजा लिया। करीब दो घंटे निरीक्षण के बाद रिम्स निदेशक से लंबी बातचीत की। उल्लेखनीय है कि रिम्स निदेशक ने एनेस्थीसिया विभाग में सीट बढ़ाकर 18 करने के लिए आवेदन किया था। अगर एमसीआइ से अनुमति मिल जाती है तो अगले सत्र से 18 पीजी छात्र नामांकन ले सकते हैं। रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि वर्तमान में एनेस्थीसिया विभाग में सिर्फ 6 सीटें ही है। यहां फैकल्टी व रेजिडेंट डॉक्टर्स की संख्या काफी कम है। इसे देखते हुए एमसीआइ से एमडी पीजी सीट बढ़ाने की मांग की गई है। एनेस्थीसिया विभाग में पहले चार सीटें थी
डॉ. डीके सिंह ने बताया कि रिम्स में उनके सेवा देने के बाद से यहां पीजी सीटों को बढ़ाने को लेकर काफी प्रयास किये जा रहे हैं। इससे पहले एनेस्थीसिया में पीजी की सिर्फ 4 सीटें ही थी, जिसमें इसी साल बढ़ाकर 6 किया गया है। अब स्त्री एवं प्रसूति विभाग में सीटों की संख्या बढ़ाने की तैयारी
एनेस्थीसिया के बाद अब अगला नंबर स्त्री एवं प्रसूति विभाग का है, यहां भी पीजी सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए आवेदन किए गए हैं। जल्द गायनोकोलॉजी विभाग का भी निरीक्षण एमसीआइ द्वारा किया जाएगा। डॉ. सिंह ने कहा कि कम फैकल्टी व रेजिडेंट डॉक्टरों के कारण नियमित ऑपरेशन थियेटर चलाने में समस्या हो रही थी। रिम्स में कई सुपर स्पेशियलिटी सर्जिकल डिपार्टमेंट शुरू किए गए है, जिस कारण एनेस्थीसिया में पोस्टग्रेजुएट सीटों को बढ़ाना बहुत जरूरी है।